UN में ट्रंप पर 'ट्रिपल सैबोटेज'! बोले- रेलिंग ने बचाया नहीं तो... ये सोची-समझी साजिश है, अब सीक्रेट सर्विस करेगी जांच

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने खिलाफ हुई तीन घटनाओं को 'ट्रिपल सैबोटेज' करार दिया है. एस्केलेटर अचानक बंद होना, टेलीप्रॉम्प्टर का फेल होना और साउंड सिस्टम की खराबी को ट्रंप ने सुनियोजित षड्यंत्र बताया. व्हाइट हाउस ने भी जांच की मांग की है. अब सीक्रेट सर्विस पूरे मामले की तहकीकात करेगी.;

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Edited By :  नवनीत कुमार
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने साथ हुई तीन घटनाओं को "ट्रिपल सैबोटेज" बताया है. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ तकनीकी खराबियां नहीं बल्कि उनके खिलाफ सुनियोजित षड्यंत्र था. ट्रंप का मानना है कि इन घटनाओं के जरिए उनकी छवि को धूमिल करने और भाषण को बाधित करने की कोशिश हुई.

ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर विस्तृत पोस्ट लिखते हुए कहा कि "यूएन में न सिर्फ एक, बल्कि तीन-तीन अपमानजनक घटनाएं हुईं. यह कोई संयोग नहीं बल्कि सोची-समझी चाल थी." उन्होंने संयुक्त राष्ट्र की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए इसे "अक्षम और अमेरिका-विरोधी" संगठन करार दिया.

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एस्केलेटर हादसे से बाल-बाल बचे ट्रंप

पहली घटना तब हुई जब ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया जनरल असेंबली के मंच की ओर बढ़ रहे थे. अचानक एस्केलेटर जोरदार झटके के साथ रुक गया. ट्रंप ने कहा, “हम रेलिंग पकड़कर बचे, वरना यह बड़ा हादसा हो सकता था.” उन्होंने दावा किया कि कुछ UN कर्मचारियों ने पहले इस तरह की घटना को लेकर मजाक किया था, जिससे उनकी साजिश वाली थ्योरी को बल मिला.

भाषण के दौरान टेलीप्रॉम्प्टर बंद

दूसरी घटना उनके भाषण के बीच हुई. ट्रंप ने बताया कि अचानक टेलीप्रॉम्प्टर काम करना बंद कर गया और करीब 15 मिनट तक उन्हें बिना तैयारी के बोलना पड़ा. उन्होंने कहा, “पहले एस्केलेटर, अब टेलीप्रॉम्प्टर! यह सब एक पैटर्न जैसा लगता है.” हालांकि ट्रंप ने दावा किया कि इन बाधाओं के बावजूद उनका भाषण पूरी दुनिया में सराहा गया.

साउंड सिस्टम ने भी दिया धोखा

तीसरी घटना सभागार के ऑडियो सिस्टम से जुड़ी थी. ट्रंप ने कहा कि जब वे बोल रहे थे तब अचानक माइक की आवाज गायब हो गई. सभागार में बैठे लोगों को सिर्फ ट्रांसलेशन ईयरपीस के जरिए कुछ बातें सुनाई दीं. उन्होंने बताया, “मेलानिया ने बाद में कहा कि उसने एक शब्द भी नहीं सुना.” ट्रंप के अनुसार, यह साफ तौर पर तिहरी साजिश थी.

व्हाइट हाउस ने क्या कहा?

व्हाइट हाउस प्रेस सचिव कैरोलीन लीविट ने इन घटनाओं पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा कि "अगर एस्केलेटर को जानबूझकर रोका गया और टेलीप्रॉम्प्टर व साउंड सिस्टम को बाधित किया गया, तो यह अस्वीकार्य है. यह सिर्फ तकनीकी गलती नहीं बल्कि गंभीर लापरवाही या साजिश हो सकती है."

सीक्रेट सर्विस की होगी जांच

ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव को पत्र लिखकर सभी सुरक्षा फुटेज संरक्षित रखने की मांग की है. उन्होंने विशेष रूप से एस्केलेटर की इमरजेंसी स्टॉप से जुड़ी रिकॉर्डिंग को सुरक्षित रखने का निर्देश दिया है. अब अमेरिकी सीक्रेट सर्विस इस पूरे मामले की जांच करेगी और पता लगाएगी कि कहीं यह अंदरूनी साजिश तो नहीं.

संयुक्त राष्ट्र ने दी सफाई

संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता ने सफाई दी कि एस्केलेटर को शायद गलती से अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के एक वीडियोग्राफर ने रोक दिया था. वहीं टेलीप्रॉम्प्टर संचालन की जिम्मेदारी व्हाइट हाउस की थी. प्रवक्ता ने यह भी बताया कि हाल के महीनों में आर्थिक संकट के कारण UN ने कई बार एस्केलेटर और एलिवेटर बंद किए हैं. लेकिन ट्रंप ने इन दलीलों को खारिज कर कहा कि यह "सिर्फ बहाना" है और सच बहुत जल्द सामने आएगा.

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