'कपड़े उतारने को करते थे मजबूर, सोने भी नहीं देते...', CIA ने ब्लैक साइट्स पर कैदियों को दीं कैसी-कैसी यातनाएं?
CIA: अमेरिका की सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी यानी सीआइए को दुनिया की सबसे ताकतवर खुफिया एजेंसी माना जाता है. हाल ही में, सीआइए को लेकर एक चौंकाने वाली सामने आई है. ग्वांतानामो के एक पूर्व कैदी ने कोर्ट के सामने कुछ ड्राइंग्स पेश किए हैं, जिसमें CIA के द्वारा कैदियों की दी जाने वाली यातनाओं को दिखाया गया है.;
CIA: अमेरिका की सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी यानी सीआइए का नाम आपने जरूर सुना होगा. यह अमेरिका की खुफिया एजेंसी है. इसे सबसे ताकतवर एजेंसी माना जाता है. हाल में ही में सीआइए से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. ग्वांतानामो के एक पूर्व कैदी ने कुछ ड्राइंग्स कोर्ट में पेश किए हैं, जिसमें CIA के द्वारा उसे दी गई यातनाओं को दिखाया गया है.
मोहम्मद फारिक बिन अमीन को 2003 में सीआइए ने हिरासत में लिया था. इसके बाद उसे CIA ने ब्लैक साइट्स और ग्वांतानामो बे में रखा. उसने जनवरी 2024 में सैन्य जूरी के सामने अपने कुछ स्केच पेश किए थे और यह दावा किया था कि यह स्केच उन यातनाओं के हैं, जो उसे हिरासत के दौरान सहना पड़ा था. इसमें जबरदस्ती कपड़े उतरना, टेशन वाली स्थिति, सोने न देना और अन्य पूछताछ के तरीके शामिल हैं.
बिन अमीन की वकील क्रिस्टीन फंक ने उसके बचाव के लिए थेरेपी और सबूत के रूप में ड्राइंग को कोर्ट में पेश किया. फंक ने कहा कि यही उसके बुरे सपने हैं. यही वह है जिसके साथ वह रहता है. बिन अमीन की लेगल टीम ने कई साल कोशिश करने के बाद इन स्व-चित्रों को सार्वजनिक किया गया. जब अदालत में एक बड़ी स्क्रीन पर चित्र दिखाए गए तो सरकार ने कोई आपत्ति नहीं जताई. यह पहली बार था, जब 9/11 के बाद के युद्ध अपराध न्यायाधिकरण में किसी मुकदमे के आधिकारिक रिकॉर्ड में ऐसे दृश्य शामिल किए गए थे.
बिन अमीन को नहीं सोने दिया जाता था
एक ड्राइंग में दिखाया गया है कि कैसे बिन अमीन को सोने नहीं देने के लिए खड़ा कर दिया गया था. इसमें उसे जंजीरों में जकड़ा गया है. दूसरे चित्र में उसे जंजीरों में जकड़े हुए अपने घुटनों के पीछे नाला के साथ बैठे हुए दिखाया गया है. यह एक सीआइए इनवेस्टिगेटर, जिसे बाद में बर्खास्त कर दिया गया, द्वारा इस्तेमाल की गई तकनीक थी.
ड्राइंग में मॉक वॉटरबोर्डिंग को भी दर्शाया गया है. इसमें गार्ड उसे रोककर चेहरे और शरीर पर पानी डालते हैं, जिससे डूबने का डर पैदा होता है. हुड पहने एकांत कारावास को भी एक छवि के माध्यम से दिखाया गया है, जिसमें उसे बिना कपड़ों के और जंजीरों में जकड़ा हुआ दिखाया गया है. फिर एक अंधेरे तहखाने का दृश्य भी है, जिसमें उसे एक दीवार से जंजीर से बांधा गया है. इससे उसे गंभीर चोटें आई थी.
बिन अमीन ने अपने युद्ध अपराधों को किया कबूल
जनवरी में अपने सजा ट्रायल के दौरान बिन अमीन ने युद्ध अपराधों को कबूल किया. उसने दक्षिण पूर्व एशियाई चरमपंथी संगठन, जेमाह इस्लामिया का साथ देने के लिए माफी भी मांगी. जेमाह इस्लामिया 2002 के बाली बम विस्फोटों के लिए जिम्मेदार था, जिसमें 202 लोगों की मौत हुई थी. बिन अमीन ने हमले के बाद एक सहयोगी के रूप में अपनी भूमिका और गिरफ्तारी से बचने में मुख्य अपराधी की सहायता की बात कबूल की.