राजनीति से प्रेरित थे बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हुए हमले, पुलिस ने जांच में किया खुलासा
बांग्लादेश में शेख हसीने के सत्ता छोड़ने के बाद हिंदुओं पर हुए हमले और अत्याचार की कई जानकारियां सामने आईं. इन्हीं हमलों को लेकर पुलिस ने एक रिपोर्ट जारी की है. अधिकारियों का कहना है कि अल्पसंख्यकों पर हुए हमले सांप्रदायिक हिंसा से प्रेरित नहीं थे. बल्कि राजनीति से प्रेरित थे.;
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद से ही हिंदुओं पर अत्याचार होना शुरू हुआ. अब इसे लेकर पुलिस की एक रिपोर्ट सामने आई है. जानकारी के अनुसार ये दंगे सांप्रदायिक हिंसा नहीं थी बल्कि राजनीति से प्रेरित थी. दरअसल 4 अगस्त 2024 को एक हमला को लेकर दावा किया गया था. इसपर रिपोर्ट जारी की गई है.
दरअसल इस मामले को लेकर शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई. जिसमें बयान दिया गया, उन्होंने कहा कि बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद ने दावा किया कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को सांप्रदायिक हिंसा और बर्बरता की 1769 घटनाओं का सामना करना पड़ा. वहीं इन मामलों में पुलिस ने 62 मामले दर्ज किए थे. जांच के बाद 35 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था.
राजनीति से प्रेरित थी हिंसा?
जांच के दौरान खुलासा हुआ कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही हिंसा सांप्रदायिक रूप से प्रेरित नहीं थी. राजनीतिक रूप से प्रेरित थीं. पुलिस ने दावा किया कि हमलों के कम से कम 161 मामले ऐसे थे जो झूठे निकले. केवल 20 ही मामले ऐसे निकले जिनमें संप्रदायिक हिंसा की पुष्टी की गई. पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया गया है.
पुलिस ने की लोगों से अपील
आपको बता दें कि परिषद ने हमले के दौरना संपत्ती और पूजा स्थलों पर नुकसान पहुंचने की 2,010 घटनाएं शामिल हैं. हालांकि पुलिस ने इन सभी आरोपों की एक लिस्ट तैयार कर ली है. साथ ही उन लोगों से भी संपर्क किया गया है जो हिंसा के दौरान निशाने पर थे. वहीं अधिकारियों ने इस दौरान सभी व्यक्तियों से रिपोर्ट दर्ज कराने की अपील की है. साथ ही पीड़ितों को सुरक्षा देने का आश्वासन दिया गया.
अब तक इतने मामले किए गए दर्ज
जानकारी के अनुसार 4 अगस्त से लेकर अब तक दो गुटों के बीच हुई हमले की शिकायतों में कुल 115 मामले दर्ज किए गए हैं. साथ ही ऐसे मामलों में कम से कम 100 लोगों को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों का कहना है कि ऐसी हिंसा की शिकायत प्राप्त करने के लिए एक व्हाट्सऐप ग्रुप बनाया गया है. इस ग्रुप के माध्यम से कई नेताओं से जुड़ा रहा जा सकता है.