अब Elon Musk का होगा TikTok! कंपनी ने खुद दिया दावे का जवाब
चीन सरकार वीडियो शेयरिंग ऐप टिकटॉक को अमेरिका को बेचने वाली है. ब्लूमबर्ग ने कहा कि चीनी अधिकारियों की पहली प्राथमिकता यह है कि टिकटॉक पैरेंट कंपनी बाइटडांस के पास रहे. अगर ऐसा नहीं हो पाता है, तो वे मस्क के साथ डील कर सकते हैं. हालांकि जस्टिस शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म पर किसी भी बैन को रखने का फैसला ले सकते हैं.;
China Sale TikTok To Elon Musk: चीन का सोशल मीडिया क्रिएटिव वीडियो प्लेटफॉर्म टिकटॉक (TikTok) बिकने वाला है. अमेरिका के अरबपति एलन मस्क (Elon Musk) इस चीनी ऐप को खरीद सकते हैं. ब्लूमबर्ग ने कहा कि चीनी अधिकारियों की पहली प्राथमिकता यह है कि टिकटॉक पैरेंट कंपनी बाइटडांस के पास रहे. अगर ऐसा नहीं हो पाता है, तो वे मस्क के साथ डील कर सकते हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प की वापसी के बाद टिकटॉक के साथ एलन मस्क की डील की चर्चाएं तेजी से हो रही हैं. खासकर यह देखते हुए कि ट्रम्प ने बीजिंग के खिलाफ और भी सख्त रुख अपनाने का वादा किया है. बाइटडांस यूएस सुप्रीम कोर्ट में TikTok पर प्रतिबंध को चुनौती दे रहा है. हालांकि जस्टिस शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म पर किसी भी बैन को रखने का फैसला ले सकते हैं.
कंपनी का बयान
बाइटडांस के स्वामित्व वाली कंपनी ने ब्लूमबर्ग की उस रिपोर्ट का खंडन किया है, जिसमें दावा किया गया था कि चीनी अधिकारी मस्क को अमेरिका में टिकटॉक को बेचने के विकल्प तलाश रहे हैं क्योंकि वीडियो-शेयरिंग प्लेटफॉर्म एक अमेरिकी कानून का सामना कर रहा है जिसके तहत चीन को जल्द ही अपना निवेश वापस लेना होगा. बाइटडांस ने कहा है कि वह टिकटॉक के अमेरिकी ऑपरेशन को नहीं बेचेगा.
टिकटॉक को बेचने की वजह
अमेरिका में 19 जनवरी के बाद से वीडियो शेयरिंग ऐप टिकटॉक पर बैन लगा दिया जाएगा. ट्रम्प ने पहले कार्यकाल के दौरान चीन के खिलाफ सख्त कदम उठाए थे. अब उन्होंने चीन के खिलाफ फिर से सख्त रुख अपनाया है. अमेरिका में करीब आधी आबादी इस ऐप का इस्तेमाल करती है. करीब 170 मिलियन लोग इस पर एक्टिव हैं. अगर पर बैन लगाया तो चीन को भारी नुकसान होगा. इसलिए टिकटॉक के भविष्य को देखते हुए चाइना सरकार इसे एलन मस्क को बेचने पर विचार कर रही है. अधिकारियों की पहली प्राथमिकता इसे बाइटडांस के अधीन रखने की और, लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो इसे मस्क को बेचा जा सकता है.
डेटा चोरी का आरोप
चीनी ऐप्स पर अक्सर यूजर्स के डेटा चोरी करने के आरोप लगते आए हैं. साल 2019 और 2020 में भारत ने भी इस कारण से बहुत से चीनी ऐप्स को बैन कर दिया था. टिकटॉक पर अमेरिका में भी आरोप लगाए गए कि वो यूजर्स का डेटा इकट्ठा करता है. अमेरिकी सांसदों ने चिंता जताई थी कि यह प्लेटफॉर्म अमेरिकी यूजर डेटा इकट्ठा कर रहा है और राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचा रहा है. कांग्रेस ने पिछले साल प्रतिबंध के पक्ष में मतदान किया था. एलन मस्क को टिकटॉक को खरीद लेते हैं तो हो सकता है वो इसका नाम भी बदल दें. क्योंकि उन्होंने ट्विटर को खरीदने के बाद उसका नाम एक्स कर दिया था.