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भूकंप के तेज झटकों से दहला जापान, रिक्‍टर स्‍केल पर 6.9 रही तीव्रता, सुनामी की चेतावनी जारी

जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने सोमवार को बताया कि 6.9 तीव्रता वाले शक्तिशाली भूकंप ने दक्षिण-पश्चिमी जापान को हिलाकर रख दिया. इसका केंद्र क्यूशू के दक्षिण-पश्चिमी द्वीप में मियाज़ाकी प्रान्त रहा. भूकंप इतना तेज था कि सुनामी की चेतावनी जारी करनी पड़ी.

भूकंप के तेज झटकों से दहला जापान, रिक्‍टर स्‍केल पर 6.9 रही तीव्रता, सुनामी की चेतावनी जारी
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नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 13 Jan 2025 7:42 PM IST

सोमवार को दक्षिण-पश्चिमी जापान में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए. रिक्‍टर स्‍केल पर भूकंप की तीव्रता 6.9 मापी गई है. जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने सोमवार को बताया कि 6.9 तीव्रता वाले शक्तिशाली भूकंप ने दक्षिण-पश्चिमी जापान को हिलाकर रख दिया. इसका केंद्र क्यूशू के दक्षिण-पश्चिमी द्वीप में मियाज़ाकी प्रान्त रहा. भूकंप इतना तेज था कि सुनामी की चेतावनी जारी करनी पड़ी.

एजेंसी के अनुसार, स्थानीय समयानुसार रात 9:19 बजे भूकंप आने के तुरंत बाद, मियाज़ाकी प्रान्त के साथ-साथ निकटवर्ती कोच्चि प्रान्त के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की गई. भूकंप से होने वाले नुकसान का फिलहाल पता नहीं चल सका है. यूरोपीय भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, भूकंप की गहराई 37 किमी पर थी.

जापान में भूकंप क्यों आते हैं?

जापान टेक्टोनिक प्लेटों के संगम क्षेत्र पर स्थित है, जो इसे भूकंपीय गतिविधियों का केंद्र बनाता है. यह देश प्रशांत महासागर के रिंग्स ऑफ फायर का हिस्सा है, जो भूकंप और ज्वालामुखीय विस्फोटों के लिए कुख्यात है. इस क्षेत्र में पृथ्वी की परतों के लगातार खिसकने और टकराने के कारण जापान में अक्सर भूकंप आते हैं.

लगातार आ रहे भूकंप के झटके

8 अगस्त को जापान में 6.9 और 7.1 तीव्रता के दो भूकंप आए, जिनसे क्यूशू और शिकोकू के दक्षिण-पश्चिमी द्वीप प्रभावित हुए. और 7 जनवरी को तिब्बत में 7.1 तीव्रता का भूकंप आया, जिसमें 126 लोगों की जान गई और 300 से अधिक घायल हुए. इस भूकंप ने तिब्बत के टिंगरी काउंटी में भारी तबाही मचाई. इसके प्रभाव भारत, नेपाल, और भूटान तक महसूस किए गए, जहां इमारतें हिल गईं.

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