न्यूजीलैंड की MP Laura McClure ने संसद में दिखाई अपनी AI Nude Photo, जानें क्यों उठाया अजीबोगरीब कदम

New Zealand News: हाल ही में न्यूजीलैंड की सांसद लॉरा मेक्ल्योर ने संसद में बहस के साथ अपनी एआई जनरेटेड न्यूड फोटो दिखाई. उन्होंने बताया कि यह तस्वीर असली नहीं है, बल्कि उन्होंने इसे केवल पांच मिनट में एक वेबसाइट के जरिए बनाई थी. उन्होंने यह भी कहा, समस्या तकनीक में नहीं है, बल्कि इसका दुरुपयोग है.;

( Image Source:  @MarioNawfal )
Edited By :  निशा श्रीवास्तव
Updated On : 3 Jun 2025 9:49 AM IST

New Zealand News: दुनिया भर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI तेजी से इस्तेमाल किया जा रहा है. अब हर जगह एआई बेस्ड सॉफ्टवेयर और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो रहा है. इसने हमारी जिंदगी को जितना आसान बनाया है उतना ही AI का गलत उपयोग किसी की इमेज खराब करने को किया जा रहा है. अब न्यूजीलैंड की सांसद लॉरा मेक्ल्योर कुछ ऐसा ही खुलासा किया है.

लॉरा मेक्ल्योर ने मई 2025 में संसद में एक एआई जनरेटेड न्यूड फोटो दिखाकर यह साबित किया कि कैसे कोई भी व्यक्ति कुछ ही मिनटों में नकली अश्लील सामग्री बना सकता है. यह कितनी हानिकारक हो सकती है.

सांसद ने बताया AI कितना खतरनाक

लॉरा मेक्ल्योर ने यह तस्वीर संसद में 14 मई को एक बहस के दौरान पेश की. उन्होंने बताया कि यह तस्वीर असली नहीं है, बल्कि उन्होंने इसे केवल पांच मिनट में एक वेबसाइट के जरिए बनाई थी. उन्होंने कहा, यह मेरे न्यूड रूप की तस्वीर है, लेकिन यह असली नहीं है.

वायरल हुआ वीडियो

न्यूजीलैंड की सांसद का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें वह बताती हैं कि मैंने संसद के अन्य सदस्यों को यह दिखाने के लिए यह कदम उठाया कि यह कितना आसान है और यह हमारे युवाओं, विशेषकर महिलाओं के लिए कितना हानिकारक हो सकता है. उन्होंने यह भी कहा, समस्या तकनीक में नहीं है, बल्कि इसका दुरुपयोग है. हमारे कानूनों को इस बदलाव के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना चाहिए.

क्या है कानून?

न्यूज़ीलैंड में वर्तमान में 'डीपफेक' (deepfake) जैसे डिजिटल यौन उत्पीड़न से संबंधित कोई विशेष प्रावधान नहीं हैं, हालांकि कुछ नियम 'हानिकारक डिजिटल संचार' के तहत आते हैं. मेक्ल्योर अब एक नए प्रस्तावित कानून, 'डीपफेक डिजिटल हानि और शोषण विधेयक' का समर्थन कर रही हैं.

यह विधेयक प्रतिशोधी अश्लील सामग्री और फेक रिकॉर्डिंग से संबंधित मौजूदा कानूनों को अपडेट करेगा और बिना सहमति के डीपफेक बनाना या शेयर करना अपराध घोषित करेगा. यह विधेयक पीड़ितों को सामग्री हटाने और न्याय प्राप्त करने के स्पष्ट तरीके भी प्रदान करेगा.

मेक्ल्योर का पोस्ट

मेक्ल्योर का मानना है कि उनका यह कदम कानूनी सुधारों को तेजी से लागू करने में मदद करेगा. उन्होंने एक पोस्ट में लिखा, कोई भी कभी भी डीपफेक अश्लील सामग्री का शिकार नहीं होना चाहिए, विशेषकर बिना उनकी सहमति के. यह स्पष्ट रूप से दुरुपयोग है. हमारे कानून अब तक पीछे हैं और इसे बदलने की जरूरत है.

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