अमेरिका ही असली संयुक्त राष्ट्र है... कंबोडिया-थाईलैंड के बीच सीजफायर का एलान कर UN पर बरसे ट्रंप, खुद को बताया शांति दूत
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने थाईलैंड और कंबोडिया के बीच लंबे समय से चले आ रहे सीमा विवाद पर हुए संघर्ष के बाद युद्धविराम यानी सीजफायर का एलान किया है. उन्होंनेदावा किया कि अमेरिका की मध्यस्थता से यह समझौता संभव हुआ और दोनों देशों के बीच तुरंत शांति बहाल होगी. इस संघर्ष में अब तक 47 से अधिक लोगों की मौत और करीब 10 लाख लोग विस्थापित हुए हैं. ट्रंप ने इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि अमेरिका अब 'वास्तविक संयुक्त राष्ट्र' बनता जा रहा है.;
Donald Trump statement on Thailand Cambodia Ceasefire: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने थाईलैंड और कंबोडिया के बीच जारी हिंसक संघर्ष पर युद्धविराम की घोषणा करते हुए दोनों देशों के नेतृत्व की सराहना की है. ट्रंप ने कहा कि दोनों दक्षिण-पूर्व एशियाई पड़ोसी देशों के बीच लड़ाई 'तुरंत प्रभाव से' रुक जाएगी और हालात शांति की ओर लौटेंगे. रविवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए ट्रंप ने दावा किया कि अमेरिका की मध्यस्थता से यह युद्धविराम संभव हो पाया. उन्होंने इसे तेज़ और निर्णायक समाधान बताते हुए कहा कि इस तरह के अंतरराष्ट्रीय संघर्षों का समाधान इसी तरह होना चाहिए.
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ट्रंप ने लिखा, “मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि थाईलैंड और कंबोडिया के बीच भड़की लड़ाई अब तुरंत रुक जाएगी और दोनों देश शांति के साथ जीवन की ओर लौटेंगे. मैं दोनों महान नेताओं को इस त्वरित और निष्पक्ष समझौते के लिए बधाई देता हूं.”
संयुक्त राष्ट्र पर बोला हमला
इस मौके पर ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र पर भी परोक्ष हमला बोला और कहा कि पिछले आठ से ग्यारह महीनों में उन्होंने दुनिया के आठ बड़े संघर्षों को सुलझाने या रोकने में भूमिका निभाई है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “शायद अब अमेरिका ही असली संयुक्त राष्ट्र बन गया है, जबकि यूएन इन संघर्षों में बहुत कम मददगार साबित हुआ है, खासकर रूस-यूक्रेन युद्ध में.”
थाईलैंड और कंबोडिया ने सीजफायर पर किए हस्ताक्षर
दरअसल, थाईलैंड और कंबोडिया ने शनिवार को एक सीज़फायर समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जिससे दोनों देशों के बीच पिछले कई हफ्तों से जारी सीमा विवाद पर हिंसक झड़पों का अंत हो सका. इस संघर्ष में अब तक 47 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 10 लाख से ज्यादा लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं.
युद्धविराम समझौते के तहत दोनों देशों ने गोलीबारी रोकने, सैन्य गतिविधियों को स्थिर करने और सीमा क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को जल्द से जल्द सुरक्षित रूप से वापस लौटने देने पर सहमति जताई है.
चीन और मलेशिया ने भी निभाई अहम भूमिका
युद्धविराम की घोषणा के एक दिन बाद ही थाईलैंड और कंबोडिया के वरिष्ठ राजनयिक चीन में दो दिवसीय बातचीत के लिए मिले. इस प्रक्रिया में अमेरिका के साथ-साथ चीन और मलेशिया ने भी अहम भूमिका निभाई. खास तौर पर बीजिंग इस मध्यस्थता के जरिए क्षेत्रीय कूटनीति में अपनी भूमिका मजबूत करने की कोशिश करता दिखा.
ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है, जब वह एक दिन बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात करने वाले हैं. इस बैठक में रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर जेलेंस्की के प्रस्तावित 20-सूत्रीय शांति फॉर्मूले पर चर्चा होने की संभावना है.