क्या दूसरा पाकिस्तान बन सकता है बांग्लादेश? यूनुस सरकार अपना रही भारत विरोधी रवैया

India Bangladesh Tension: भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों में तनाव बढ़ता जा रहा है. बांग्लादेश में भारत विरोधी प्रदर्शन जारी हैं. अब भारतीय उत्पादों का बहिष्कार करने की मांग भी जोर पकड़ने लगी है. इन सबको देख कर यह सवाल मन में उठ रहा है कि क्या बांग्लादेश दूसरा पाकिस्तान बन गया है...;

By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 7 Dec 2024 7:00 AM IST

India Bangladesh Tension: शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने से पहले भारत और बांग्लादेश के बीच संबंध मधुर थे, लेकिन उसके बाद दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों में तनाव पैदा हो गया है. बांग्लादेश में भारत विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं. हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है. उनके मंदिरों को तोड़ा जा रहा है. इसके साथ ही बांग्लादेश अब दूसरा पाकिस्तान बनने की ओर अग्रसर हो गया है.

भारत से संबंध बिगाड़कर बांग्लादेश अब पाकिस्तान से संबंध सुधार रहा है. जिस पाकिस्तान की सेना ने बांग्लादेश में हजारों लोगों को मौत के घाट उतारा, उसी पाकिस्तान की गोद में अब बांग्लादेश बैठने जा रहा है.

हिंदुओं पर अत्याचार के मामले बढ़े

पाकिस्तान की तरह ही बांग्लादेश में भी हिंदुओं पर अत्याचार के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इसको लेकर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने वाले चिन्मय दास को गिरफ्तार करने से मामला और बिगड़ गया. अमेरिका ने भी हिंदुओं पर हो रहे हमले पर चिंता व्यक्त की है.

अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता मार्गरेट मैक्लाउड ने कहा कि अमेरिका बांग्लादेश में एक स्वस्थ लोकतंत्र देखना चाहता है. वहां रहने वाले हर व्यक्ति के मानव अधिकारों की रक्षा होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश से अभी जो खबरें मिल रही हैं, वो बेहद चिंताजनक है. हम हालात पर नजर रखे हुए हैं. हमें उम्मीद है कि वहां रहने वाला हर व्यक्ति अपने धर्म का पालन करते हुए जीवन जी सकेगा.

भारत के उत्पादों का बहिष्कार

बांग्लादेश ने पाकिस्तान से बड़ी डील की है. वह पाकिस्तान से 25 हजार टन चीनी खरीद रहा है. अगले महीने कराची बंदरगाह से चीनी की खेप चटगांव पहुंचेगी. ऐसा पहली बार है, जब बांग्लादेश ने पाकिस्तान से इतनी बड़ी डील की है. बांग्लादेश में भारत के उत्पादों का बहिष्कार करने की मांग की जा रही है.

बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के वरिष्ठ संयुक्त महासचिव रूहुल कबीर रिजवी भी भारतीय उत्पादों के बहिष्कार में शामिल हुए. उन्होंने राजधानी ढाका में अपनी पत्नी की भारतीय साड़ी को जला दिया. रिजवी ने लोगों से अपील की, कि वे भारतीय उत्पादों को न खरीदें.

नोटों से हटेगी शेख मुजीबुर्रहमान की फोटो

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर्रहमान की फोटो हटाने का फैसला किया है. वहां के बैंकों में नए नोट भी छापे जा रहे हैं, जिसमें छात्र आंदोलन की झलक दिखाई देगी, जिसके चलते शेख हसीना को पीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था.

बैंक 20,100, 500 और 1000 टका के नोटों की छपाई कर रहे हैं. इन नोटों में धार्मिक संरचनाएं, बंगाली परंपराएं और जुलाई में हुए आंदोलन के दौरान बनाए गए ग्रैफिटी को शामिल किया जाएगा. ये नोट अगले छह महीने के अंदर जारी किए जा सकते हैं. प्रदर्शन के दौरान मुजीबुर्रहमान की प्रतिमाओं को प्रदर्शनकारियों ने तोड़ दिया था.

बंगाल और त्रिपुरा से वापस बुलाए गए डिप्लोमेट्स

बांग्लादेश ने भारत से अपने दो डिप्लोमेट्स वापस बुला लिए हैं. बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के मुताबिक, बंगाल औ त्रिपुरा से ये राजनयिक वापस बुलाए गए हैं. हाल ही में त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में बांग्लादेश के राजनयिक मिशन में तोड़फोड़ की गई थी. इस मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. चार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई थी.

बांग्लादेश ने भारतीय उच्चायुक्त को तलब कर घटना पर विरोध जताया था. उसने अपनी काउंसलर सर्विस भी बंद करने का एलान किया था. अब अपने डिप्लोमेट को वापस बुला लिया है. जिन डिप्लोमेट्स को वापस बुलाया है, उसमें बांग्लादेश के कार्यवाहक उप उच्चायुक्त शिकदार मोहम्मद अशरफुर रहमान और त्रिपुरा में सहायक उच्चायुक्त आरिफुर रहमान शामिल हैं.

शेख हसीना ने मोहम्मद यूनुस पर साधा निशाना

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मोहम्मद यूनुस पर नरसंहार करने और अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में नाकाम रहने का आरोप लगाया है.उन्होंने कहा कि 5 अगस्त को मेरी और बहन शेख रेहाना की हत्या की साजिश ठीक उसी तरह रची गई, जैसे मेरे पिता शेख मुजीबुर्रहमान को 1975 में मारा गया था. यूनुस सत्ता के भूखे हैं. इसलिए वह पूजा स्थलों को हमलों से नहीं बचा पा रहे हैं.

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