ट्रंप की लताड़ के बाद जेलेंस्‍की कर रहे यूरोपियन आर्मी की बात, क्या अब ऐसे करेंगे पुतिन से मुकाबला?

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने यूरोपीय सेना के गठन की वकालत की और चेतावनी दी कि रूस शांति वार्ता के लिए तैयार नहीं है. उन्होंने बेलारूस में रूसी सैन्य गतिविधियों को नाटो के लिए खतरा बताया. ज़ेलेंस्की ने यूक्रेन की सुरक्षा गारंटी की आवश्यकता पर जोर दिया और अमेरिका से सैन्य सहायता की महत्ता को रेखांकित किया.;

Edited By :  नवनीत कुमार
Updated On : 16 Feb 2025 7:01 AM IST

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने यूरोपीय सेना के गठन की वकालत करते हुए चेतावनी दी है कि रूस चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए बातचीत की कोई तैयारी नहीं कर रहा है. उन्होंने रूस के खिलाफ यूक्रेन के संघर्ष का उदाहरण देते हुए कहा कि यूरोपीय सेना की नींव पहले से ही मौजूद है.

ज़ेलेंस्की ने यह टिप्पणी जर्मनी में म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में की, जहां उन्होंने इस आशंका को खारिज किया कि अमेरिका यूरोप को उन मुद्दों पर 'ना' कह सकता है, जो उसके लिए खतरा हैं. उन्होंने यह भी कहा कि कई नेताओं ने महाद्वीप के लिए अपनी स्वयं की सेना रखने की आवश्यकता पर जोर दिया है. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि अब समय आ गया है कि यूरोप की सशस्त्र सेनाओं का निर्माण इस तरह किया जाए कि महाद्वीप का भविष्य केवल यूरोपीय लोगों पर निर्भर हो.

रूस नहीं चाहता शांति

उन्होंने रूस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह शांति नहीं चाहता और न ही बातचीत के लिए तैयार है. ज़ेलेंस्की ने दावा किया कि यूक्रेन को खुफिया रिपोर्ट मिली है, जिसके अनुसार रूस अपने सैनिकों को प्रशिक्षण अभ्यास के बहाने बेलारूस भेजने की योजना बना रहा है, जिससे नाटो देशों के लिए प्रत्यक्ष खतरा उत्पन्न हो सकता है. उन्होंने आगे कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बेलारूस को अब एक और रूसी प्रांत के रूप में देख रहे हैं.

यूक्रेन चाहता है सुरक्षा गारंटी

इससे पहले, ज़ेलेंस्की ने सम्मेलन में कहा कि यदि यूक्रेन नाटो में शामिल होने में विफल रहता है, तो उसे अपनी सेना का आकार दोगुना करना होगा. उन्होंने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से मुलाकात कर रूस-यूक्रेन युद्ध के लिए शांति समझौते पर चर्चा की और स्पष्ट किया कि यूक्रेन किसी भी शांति वार्ता से पहले सुरक्षा गारंटी चाहता है.

ट्रंप नहीं करेगा मदद

एक इंटरव्यू में ज़ेलेंस्की ने कहा कि अमेरिका से सैन्य सहायता के बिना यूक्रेन के लिए जीवित रहना बहुत कठिन होगा, खासकर भविष्य में किसी भी रूसी हमले की स्थिति में. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्पष्ट कर दिया है कि अमेरिकी सेना को रूस के आक्रमण के खिलाफ यूक्रेन में तैनात नहीं किया जाएगा. वहीं, इससे पहले जो बाइडेन ने पैसों और हथियार से लेकर सभी चीजों में मदद की थी.

दोनों समझौते के लिए तैयार: ट्रंप

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए एक नई पहल शुरू की है. उन्होंने इस संबंध में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की से बातचीत की. ट्रंप का दावा है कि दोनों नेता किसी समझौते के लिए तैयार हैं. हालांकि, ज़ेलेंस्की ने स्पष्ट किया है कि वे केवल उन समझौतों को स्वीकार करेंगे जो यूक्रेन के हितों के अनुरूप हों. ट्रंप ने इस युद्ध को द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे भयावह संघर्ष बताया और इसे जल्द से जल्द समाप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया.

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