एक ओर देश के जवान सीमाओं पर अपने प्राण न्यौछावर कर रहे हैं... असली जंग सरहदों पर जारी है... और दूसरी ओर भारत-पाकिस्तान की सीमा पर फिर से जोकरों का सर्कस शुरू कर दिया गया है. ये किसी पत्रकार या नेता की नहीं, बल्कि आम जनता की आवाज़ है. लोग पूछ रहे हैं, क्या यही राष्ट्रभक्ति है? क्या हम देशभक्ति के नाम पर एक नशे की दुकान चला रहे हैं? दरअसल, 12 दिन के अंतराल के बाद बुधवार को फिर से अटारी-वाघा बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी शुरू की गई. लेकिन इस बार सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए कई बदलाव किए गए हैं. सोशल मीडिया पर इस समारोह को लेकर लोगों की तीखी प्रतिक्रिया सामने आ रही है.