1880 में बना होटल दूर करेगा नैनीताल की ट्रैफिक की समस्या! जिन्ना से भी है खास कनेक्शन

Nainital News: सीएम धामी ने हाल ही में पार्किंग समस्या के बारे में केंद्र सरकार को बताया था और मदद की अपील की थी. जिसके बाद गृह मंत्रालय ने शत्रु संपत्ति यानी मेट्रोपोल होटल का परिसर में पार्किंग की मंजूरी दी. मेट्रोपोल होटल में जिन्ना ने हनीमून मनाया था. वह शादी के बाद अपनी पत्नी के साथ यही आए थे.;

Nainital News: गर्मियों की छुट्टियां पड़ते ही माता-पिता अपने बच्चों को लेकर समर वेकेशन पर निकल रहे हैं. उत्तराखंड में हर साल गर्मियों में भारी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं. स्टेट के टॉप टूरिस्ट प्लेसेस में नैनीताल का नाम भी शामिल हैं, लेकिन यहां पार्किंग की समस्या देखने को मिलती है. अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस समस्या का समाधान निकाल लिया है. मेट्रोपोल होटल का परिसर अब पार्किंग के लिए इस्तेमाल किया जाएगा.

गृह मंत्रालय ने बुधवार को एक आधिकारिक एलान किया और इसकी बारे में जानकारी दी. इसके तहत इस होटल का परिसर उत्तराखंड सरकार को अस्थायी पार्किंग की सुविधा के लिए दिया गया है. हैरानी ही बात यह है कि ये वही होटल है, जहां मोहम्मद अली जिन्ना अपनी बेगन के साथ 1919 में हनीमून मनाया था.

पार्किंग के लिए होटल का उपयोग

सीएम धामी ने हाल ही में पार्किंग समस्या के बारे में केंद्र सरकार को बताया था और मदद की अपील की थी. जिसके बाद गृह मंत्रालय ने शत्रु संपत्ति यानी मेट्रोपोल होटल का परिसर में पार्किंग की मंजूरी दी. यहां पर 1000 से ज्यादा गाड़ियां खड़ी हो सकती हैं. सीएम ने कहा, इस कदम से इलाके में भीड़ काफी कम होगी और पर्यटकों को पार्किंग की समस्या नहीं होगी.

होटल में रुके थे जिन्ना

जानकारी के अनुसार, मेट्रोपोल होटल में जिन्ना ने हनीमून मनाया था. वह शादी के बाद अपनी पत्नी के साथ यही आए थे. उन्होंने अपनी पत्नी रतीबाई के साथ नैनी झील में बोटिंग भी की थी. जिन्ना पर बायोग्राफी लिखी गई, जिसमें इस बात का जिक्र किया गया था. बता दें कि वह नैनीताल महमूदाबाद के राजा के गेस्ट के रूप में आए थे.

मेट्रोपोल होटल की खासियत

मेट्रोपोल होटल का निर्माण 1880 में हुआ था. आजादी के बाद उस होटल पर 1957 में महमूदाबाद रियासत के नवाब का मालिकाना अधिकार था. यह होटल करीब 9 एकड़ में फैला हुआ है. इसमें 75 कमरे, 16 कॉटेज, 24 सरवेंट क्वाटर और पांच टेनिस लॉन थे. वर्ष 1968 में इसे शत्रु संपत्ति अधिनियम लागू होने के बाद होटल पर एक्ट के प्रावधान को लागू किया गया. इस होटल में कई बड़ी हस्तियां रुक चुकी हैं, इसकी बनावट हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच लेती है.

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