पहले शराब और सिगरेट पर बैन लगाओ... मिस ऋषिकेश पेजेंट की विनर मुस्कान शर्मा ने हिंदू संगठन के बवाल पर दिया जवाब

23 साल की मॉडल मुस्कान शर्मा की कहानी किसी सपने जैसी है, लेकिन उसके बीच की हकीकत कहीं ज्यादा कठोर है. छोटे शहर की यह लड़की रैंप पर चलने, Miss Rishikesh जैसी प्रतियोगिताओं में भाग लेने और अपने सपनों को पंख देने का हौसला रखती थी. लेकिन मंच पर पहुंचने से पहले ही उसे एक ऐसी बाधा का सामना करना पड़ा जिसने पूरे देश में बहस छेड़ दी.;

Edited By :  हेमा पंत
Updated On : 8 Oct 2025 6:42 PM IST

मिस ऋषिकेश कॉन्टेस्ट के मंच पर उस वक्त हंगामा मच गया जब एक हिंदू संगठन के नेता ने मॉडल मुस्कान शर्मा और अन्य कंटेस्टेंट पर उत्तराखंड की “संस्कृति के खिलाफ” काम करने का आरोप लगाया था.  इस घटना का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. 

जहां इस पेजेंट की विनर मुस्कान शर्मा ने अब जवाब दिया है, जिसे लेकर एक तरफ लोग मुस्कान की हिम्मत और आत्मविश्वास की तारीफ कर रहे हैं, तो वहीं कुछ लोग इसे “पश्चिमी संस्कृति का प्रभाव” बता रहे हैं.

'संस्कृति' के नाम पर रोक लगाने की कोशिश

मिस ऋषिकेश कॉन्टेस्ट के दौरान एक हिंदू संगठन के नेता अचानक हॉल में घुस आए. उन्होंने ऑर्गेनाइजर और कंटेस्टेंट पर आरोप लगाया कि वे उत्तराखंड के कल्चर को खराब कर रहे हैं. उनका कहना है कि वेस्टर्न आउटफिट पहनना हमारी परंपरा का हिस्सा नहीं है और इसी के साथ उन्होंने तीखे शब्दों में कहा कि मॉडलिंग खत्म हो गई, अब घर जाओ.

मुस्कान का जवाब- शराब और सिगरेट पर लगाएं बैन

मुस्कान शर्मा ने इस बयान का जवाब शांत लेकिन सटीक शब्दों में दिया. उन्होंने कहा कि 'अगर आपको कल्चर की इतनी चिंता है तो शराब और सिगरेट पर बैन लगाएं. दुकानदारों से कहिए कि ये कपड़े बेचना बंद करें. आप कौन होते हैं यह तय करने वाले कि मैं क्या पहनूं? उत्तराखंड के एयरपोर्ट पर भी महिलाएं स्कर्ट पहनती हैं, वहां जाकर रोकिए उन्हें. उनकी यह बात सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गई. जहां एक तरफ कुछ लोग मुस्कान की हिम्मत की तारीफ कर रहे थे, वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग इसे परंपरा के खिलाफ” बता रहे हैं. 

'मैंने वही किया जो मिस इंडिया विनर्स करती हैं'

एक इंटरव्यू में मुस्कान ने बताया कि 'उन्होंने वही किया, जो मिस इंडिया और मिस यूनिवर्स जैसी विनर्स करती हैं. वह अपने हक और दूसरों की इज़्जत के लिए आवाज उठाई. उस दिन मैंने उस शख्स का विरोध इसलिए किया क्योंकि वो सिर्फ राजनीति और शोहरत पाने के लिए वहां आया था.' 

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