तुम कहीं से भी हो... सरकारी अफसर ने छीन लिया महिला पत्रकार का फोन, झड़प का VIDEO वायरल
Dehradun News: देहरादून के प्राइमरी एजुकेशन डायरेक्टर अजय कुमार नौडियाल और महिला पत्रकार के बीच झड़प का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में नौडियाल गुस्से में दिखाई देते हैं, जबकि महिला पत्रकार अपना फोन बचाने की कोशिश करती दिखती हैं.;
Dehradun News: उत्तराखंड में सरकारी दफ्तर के अंदर महिला पत्रकार के साथ झड़प का मामला सामने आया है. देहरादून के प्राइमरी एजुकेशन डायरेक्टर अजय कुमार नौडियाल और महिला के बीच यह विवाद देखने को मिला, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि नौडियाल ने महिला पत्रकार का फोन छीन लिया. मौके पर मौजूद लोगों ने दोनों को अलग करने की कोशिश की, लेकिन तब तक घटना कैमरे में रिकॉर्ड हो चुकी थी. महिला पत्रकार की पहचान सीमा रावत के रूप में हुई, जो एक न्यूज पोर्टल की मैनेजिंग डायरेक्टर हैं.
महिला पत्रकार के साथ झड़प
वीडियो में नौडियाल गुस्से में दिखाई देते हैं, जबकि महिला पत्रकार अपना फोन बचाने की कोशिश करती दिखती हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, डी.एल.Ed (डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन) ट्रेनीस के अभिभावक अपने सवाल लेकर डायरेक्टर के ऑफिस पहुंचे. वे जानना चाह रहे थे कि प्राथमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में ट्रेनी को शामिल किया जाएगा या नहीं.
ऑफिस का वीडियो वायरल
करीब 58 सेकंड के वायरल वीडियो में नौडियाल एक महिला की ओर बढ़कर फोन छीनते दिखते हैं. महिला विरोध में उनके कोट को पकड़ती नजर आती है. इस दौरान वह बार-बार कहती है, हम प्रेस से हैं. नौडियाल जवाब देते हैं, कहीं से भी हो. वहीं बचाव में लोग किसी तरह महिला को उसका फोन वापस दिलाते हैं और नौडियाल को अंदर ले जाते हैं.
वीडियो में यह भी दिखता है कि वह दूसरे व्यक्ति का फोन छीनने के लिए भी आगे बढ़ते हैं. घटना के दौरान राष्ट्रवादी क्षेत्रीय पार्टी के संयोजक शिव प्रसाद ने नौडियाल पर नाराजगी जताई और कहा, मैंने पहले ही कहा था बीपी हाई मत करो, हाथ उठाओगे क्या? डायरेक्टर हो या बदतमीज? इस पर नौडियाल कहते हैं, तुम हो बदतमीज. महिला पत्रकार लगातार कहती रहती है कि डायरेक्टर ने मीडिया कर्मियों के साथ हाथापाई की है.
सोशल मीडिया पर रिएक्शन
वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आते ही लोगों ने अजय कुमार नौडियाल के व्यवहार पर तीखी प्रतिक्रिया दी. कई यूजर्स ने सवाल उठाया कि जब पत्रकार के साथ ऐसा व्यवहार हो रहा है, तो आम जनता के साथ कैसा होता होगा. कुछ ने कहा कि डायरेक्टर को तुरंत सस्पेंड किया जाए, जबकि अन्य ने सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की.
क्या है मामला?
हाल ही में शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने 1,649 प्राथमिक शिक्षक पदों की भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की थी. डी.एल.Ed 2021-22 बैच के अभिभावकों को संदेह था कि परीक्षा नवंबर-दिसंबर में होने के कारण उनके बच्चे भर्ती प्रक्रिया में शामिल नहीं हो पाएंगे. इसी को लेकर वे स्पष्टीकरण मांगने पहुंचे थे.
नौडियाल ने बाद में एक पत्र में दावा किया कि करीब 250-300 अभिभावक और प्रशिक्षणार्थी बिना सूचना कार्यालय में घुस आए और मना करने के बावजूद वीडियो बनाते रहे. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कार्यालय का कामकाज बाधित किया गया और भर्ती रोकने का दबाव बनाया गया. अब मामले की जांच की जा रही है.