'यादव और यदुवंशी अलग-अलग है, यादव समाज भगवान के वंशज नहीं; कथावाचक इंद्रेश के बयान पर मचा बवाल!
कथावाचक इंद्रेश महाराज के एक बयान ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि यादव और यदुवंशी अलग हैं और यादव समाज भगवान का वंशज नहीं है. यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल होते ही मथुरा समेत कई जगहों पर यादव समाज में नाराज़गी फैल गई. अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा ने बयान को भ्रामक और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला बताया है.;
प्रसिद्ध कथा वाचक इंद्रेश महाराज के एक बयान ने धार्मिक और सामाजिक हलकों में तीखी बहस छेड़ दी है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में इंद्रेश महाराज ने यादव समाज को लेकर ऐसा दावा किया, जिस पर मथुरा समेत कई जगहों पर नाराज़गी देखने को मिल रही है. हालांकि यह वीडियो कब रिकॉर्ड किया गया, इसकी पुष्टि अभी नहीं हो पाई है, लेकिन बयान के सामने आते ही विरोध तेज हो गया है.
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इंद्रेश महाराज के कथन को यादव समाज ने न केवल भ्रामक बताया है, बल्कि इसे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला भी करार दिया है. मथुरा में अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बयान की कड़ी निंदा की और सार्वजनिक माफी की मांग की है.
क्या कहा इंद्रेश महाराज ने?
वायरल वीडियो में इंद्रेश महाराज कहते नजर आते हैं 'यादव यह सोचते हैं कि वे भगवान के वंशज हैं…यह सच नहीं है. भगवान के जाने के बाद एक भी यदुवंशी जीवित नहीं बचा. भगवान ने जाने से पहले सभी का स्वयं नाश कर दिया. फिर ये लोग कैसे बचे? इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आईं और यादव समाज में रोष फैल गया.
यादव और यदुवंश को लेकर दी सफाई
विवाद बढ़ने के बीच इंद्रेश महाराज का एक और वीडियो सामने आया, जिसमें उन्होंने यादव समाज और यदुवंश के बीच अंतर बताया. उन्होंने कहा कि 'भाइयों, यादव और यदुवंशी अलग-अलग हैं. यादव समाज एक अलग वर्ग से जुड़ा है, जबकि यदुवंशी वे हैं जिनमें भगवान ने अवतार लिया, और दोनों पूरी तरह भिन्न हैं.” उन्होंने आगे कहा कि 'कई जगहों पर यादव खुद को भगवान का वंशज मानते हैं, लेकिन यह सही नहीं है. भगवान के प्रस्थान के बाद एक भी यादववंशी जीवित नहीं बचा.”
‘भगवान ने यदुवंश का अंत स्वयं किया’
इंद्रेश महाराज ने अपने बयान में आगे दावा किया कि 'भगवान ने जाने से पहले पूरे यादववंश का नाश कर दिया था. अगर कुछ लोग बच भी गए होते, तो उनसे जड़ौन जैसे वंशज पैदा होते, जिन्हें परंपरा के अनुसार यदुवंश का ही हिस्सा माना जाता है. इसी कथन को लेकर यादव समाज ने तीखी आपत्ति दर्ज कराई है.
मथुरा में यादव समाज का विरोध, माफी की मांग
बयान वायरल होने के बाद सोमवार को मथुरा में अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नाराज़गी जाहिर की. संगठन के जिला अध्यक्ष संजय यादव ने कहा कि 'इंद्रेश महाराज को अपने इस बयान के लिए पूरे समाज के सामने सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए. यदि उन्होंने ऐसा नहीं किया, तो यादव समाज लोकतांत्रिक और कानूनी तरीके से उनके खिलाफ विरोध करेगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि समाज इस तरह के बयानों को बर्दाश्त नहीं करेगा.
'भगवान श्रीकृष्ण का अवतार यदुवंश में हुआ'
प्रेस कॉन्फ्रेंस में संजय यादव ने धार्मिक ग्रंथों का हवाला देते हुए कहा कि 'भगवान श्रीकृष्ण का अवतार यादव वंश में हुआ था. यह तथ्य पुराणों, महाभारत, भागवत और अन्य शास्त्रों में स्पष्ट रूप से वर्णित है. यह बात भारतीय संस्कृति और जनमानस में भी भली-भांति प्रसिद्ध है. उन्होंने कहा कि यादव समाज की ऐतिहासिक और धार्मिक पहचान पर सवाल उठाना समाज में विभाजन पैदा करता है.
शास्त्रार्थ की खुली चुनौती
यादव समाज ने इंद्रेश महाराज के दावों को खारिज करते हुए कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के एक बयान का भी जिक्र किया. समाज के प्रतिनिधियों ने इंद्रेश महाराज को खुले मंच पर शास्त्रार्थ की चुनौती दी. संजय यादव ने कहा कि “बिना किसी प्रमाण के इस तरह के बयान देना धार्मिक भावनाओं को आहत करता है और इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.'
सामाजिक सौहार्द बनाए रखने की अपील
यादव समाज ने सभी धार्मिक नेताओं, कथावाचकों और सार्वजनिक हस्तियों से अपील की कि वे शास्त्रों, इतिहास और सामाजिक सौहार्द का सम्मान करते हुए बयान दें. समाज का कहना है कि इस तरह के विवादित बयान आपसी भाईचारे को नुकसान पहुंचाते हैं. फिलहाल वायरल वीडियो की तारीख और पृष्ठभूमि को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है.