आंखों से बहते रहे आंसू! पायलट सुधीर की मौत पर जज पत्नी का इमोशनल लेटर
गुजरात के पोरबंदर में हेलीकॉप्टर दुर्घटना के दौरान 1 पायलट समेत तीन लोगों की मौत हो गई. जहां लखनऊ फ्लाइट के जरिए पायलट सुधीर को उनके घर लाया गया. जब शहीद के घरवालों ने तिरंगे पर लिपटे पार्थिव शरीर को देखा, तो सभी फफक-फफक कर रो पड़े. शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.;
गुजरात में हेलीकॉप्टर हादसे में एक डिप्टी कमांडर सुधीर यादव की मौत हो गई. जब मंगलवार के दिन उनका पार्थिव शरीर घर पहुंचा, तो आखिरी दर्शन के लिए भीड़ उमड़ पड़ी. जहां अपने बेटे का शरीर देख माता-पिता रो रहे थे. वहीं, उनकी पत्नी की आंखों से आंसू थम नहीं रहे थे.
जहां अपने पति के शरीर पर एक चिट्टी रख वह फफक-फकक कर रोने लगीं. वह बिखलते हुए बोलीं. हमें आप पर गर्व है सुधीर. तुम हमेशा से देश सेवा के लिए तैयार रहे. प्लीज चिट्ठी को पढ़ लेना. हम सब ठीक है. तुम जहां भी हो अपना ख्याल रखना. यह नजारा देख हर किसी की आंखें नम थी. बुधवार के दिन राजकीय सम्मान साथ सुधीर का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
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तिरंगे में लिपटा शरीर
यह हादसा रविवार के दिन हुआ, जहां पोरबंदर में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सुधीर के अलावा तीन लोग शहीद हो गए. जहां मंगलवार के दिन उनके शरीर को तिरंगे में लपेटकर लखनऊ एयरपोर्ट के जरिए उनके घर लाया गया. जहां सुधीर को रघुनंदन भदौरिया, एडीएम सिटी राजेश कुमार, डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह, अध्यक्ष सतीश महाना, राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला, विधायक हसन रूमी, एसीपी चकेरी दिलीप कुमार संग कोस्टगार्ड कानपुर और पोरबंदर यूनिट के ऑफिसर्स ने श्रद्धांजलि दी.
कौन थे सुधीर यादव?
सुधीर यादव इंडियन कोस्ट गार्ड में पायलट के तौर पर काम कर रहे थे.वह मूल रूप से शिवली के हरकिशनपुर के रहने वाले थे. सुधीर के परिजनों ने बताया कि वह एक हंसमुख और मिलनसार स्वभाव के इंसान थे, जो लोगों की चिंता करते थे. वह अपने परिवार को एकजुट रखकर चलने में यकीन रखते थे. जहां उनकी कानपुर यूनिट ने बताया कि सुधीर हमेशा खुलकर बोलते थे.
घरवालों का हुआ हाल बेहाल
जब सुधीर के माता-पिता अपने बेटे को श्रद्धांजलि देने गए, तो उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया था. रोते-रोते उनकी मां सिर्फ एक ही बात कह रही थीं कि हमारा हीरा चला गया. जहां उनका दूसरा बेटे अपने पिता को संभालने की कोशिश कर रहा था.