संभल हिंसा पर एक्शन में योगी की पुलिस, जामा मस्जिद पर चस्पा किया 74 उपद्रवियों के पोस्टर, मचा बवाल
Sambhal violence: संभल में पुलिस ने पिछले साल हुई हिंसा में शामिल संदिग्धों का पता लगाने के लिए अभियान शुरू किया है. इसमें 5 लोगों की मौत हो गई थी. उन्होंने सीसीटीवी फुटेज के जरिए पहचाने गए 74 भगोड़ों के पोस्टर शहर भर में लगाए हैं.;
Sambhal violence: संभल में पुलिस ने पिछले साल शहर में हुई हिंसा से जुड़े फरार संदिग्धों के पोस्टर लगाकर 'जन जागरूकता अभियान' शुरू किया है, जिसमें पांच लोगों की जान चली गई थी. अधिकारियों ने अब तक 74 संदिग्धों की पहचान की है, जिनकी तस्वीरें अब जामा मस्जिद की दीवारों सहित सार्वजनिक स्थानों पर दिखाई दे रही हैं. उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है.
कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने एक 'मुख्य संदिग्ध' का एक अतिरिक्त पोस्टर जारी किया है, जिसकी पहचान अभी तक ज्ञात नहीं है, लेकिन माना जाता है कि नवंबर 2024 में अदालत द्वारा निर्देशित सर्वेक्षण के दौरान शाही जामा मस्जिद के पास भीड़ को उकसाने वाला वह व्यक्ति था. अब शहर भर में इसे लेकर बवाल मचा हुआ है.
असामाजिक तत्वों में फाड़ें पोस्टर
पोस्टर लगाने के बाद पुलिस को खबर मिली है कि इस पोस्टर को कुछ असामाजिक तत्वों ने फाड़ दिया. ऐसे में पुलिस ने यहां फिर से पोस्टर चस्पा किया है. पोस्टर चस्पा कर पुलिस उपद्रवियों की तलाश में जुटी है. पोस्टर उन लोगों के भी चिपकाएं गए हैं, जिन्होंने मकान के छत पर से पत्थड़ फेंके थे. इनमें कुछ महिलाएं शामिल हैं.
CCTV से संदिग्धों की पहचान
एडिशनल एसपी श्रीश चंद ने कहा, 'CCTV और अन्य तरीकों से विश्लेषण किए गए डेटा से हिंसा में कम से कम 74 लोगों की भूमिका का पता चला है. उनकी तस्वीरें पूरे शहर में प्रदर्शित की जा रही हैं. जो कोई भी आरोपी के बारे में जानकारी देगा, उसे इनाम दिया जाएगा.'
पुलिस सूत्रों ने कहा कि दो महीने से अधिक समय तक व्यापक जांच के बावजूद अधिकारी अभी तक 'मुख्य संदिग्ध' की पहचान नहीं कर पाए हैं, जिसे सीसीटीवी फुटेज में भीड़ को उकसाते, धार्मिक नारे लगाते और अशांति को बढ़ावा देते हुए देखा जा सकता है. अधिकारियों का मानना है कि इस घटना की व्यापक योजना बनाई गई है, जिसका खुलासा करने के लिए उसकी हिरासत महत्वपूर्ण मानी जा रही है.