Maha Kumbh में भगदड़ हादसा या साजिश! UP STF खंगाल रही 16,000 मोबाइल नंबरों की डिटेल्स
Maha Kumbh stampede: 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के लिए एकत्रित हुए लोगों की भारी भीड़ के कारण संगम तट पर भारी भगदड़ मची, जिसमें 30 लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक अन्य घायल हो गए.;
Maha Kumbh stampede: 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के दिन महाकुंभ में मचे भगदड़ को लेकर लगातार साजिश वाले एंगल की बात चल रही थी, जिसके बाद अब UP STF भगदड़ में साजिश के एंगल की जांच में लगी है. इस भगदड़ में करीब 30 लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक अन्य घायल हो गए.
India Today की रिपोर्ट के मुताबिक, जांचकर्ता 16,000 से अधिक मोबाइल नंबरों का डेटा खंगाल रहे हैं. ये सभी घटना के दिन संगम नोज क्षेत्र में सक्रिय थे, जो भगदड़ का केंद्र है. जांच से पता चला है कि इनमें से कई नंबर फिलहाल बंद हैं. सूत्रों ने आगे बताया कि कंट्रोल रूम में एकत्रित सीसीटीवी फुटेज से चेहरे की पहचान करने वाले ऐप के जरिए संदिग्धों की पहचान की जा रही है.
'कुछ लोग कर रहे सनातन को बदनाम करने की साजिश'
हादसे को लेकर सीएम योगी ने कहा कि कुछ लोग सनातन धर्म को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं. उन्होंने संकट से निपटने में अधिकारियों की मदद करने के लिए संत समुदाय के सहयोग और धैर्य की तारीफ की.इससे पहले सीएम ने महाकुंभ क्षेत्र और आस-पास के इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. उन्होंने अधिकारियों से भगदड़ के कारणों के बारे में भी जानकारी ली और उन्हें सोमवार को बसंत पंचमी पर होने वाले अमृत स्नान के लिए पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए.
40 करोड़ तीर्थयात्रियों के आएंगे महाकुंभ
12 सालों के बाद आयोजित हो रहा महाकुंभ 13 जनवरी को शुरू हुआ और 26 फरवरी तक चलेगा. मेले की मेजबानी कर रही उत्तर प्रदेश सरकार को उम्मीद है कि दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक समागम में करीब 40 करोड़ तीर्थयात्रियों के आएंगे.