बिजनेस पार्टनर से जलता था मीट व्यापारी, गौहत्या का रचा खेल, फिर भारी पड़ी खुद की साजिश
यूपी के मेरठ से एक हैराल कर देने वाला मामला सामने आया है जहां एक मीट व्यापारी ने अपने ही बिजनेस पार्टनर को फंसाने के लिए गौहत्या का खेल रच दिया। हालांकि पुलिस को शक होने पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है वहीं मुख्य आरोपी अभी तक पुलिस की पकड़ से फरार है. कथित तौर से मुख्य आरोपी अपने बिजनेस पार्टनर से जलता था.;
मेरठ की यूपी पुलिस ने मंगलवार को सहारनपुर से एक 36 वर्षीय व्यक्ति को एक अन्य व्यक्ति पर झूठे आरोप में फंसाने के लिए गिरफ्तार किया है. जिसने 50,000 के बदले ने एक अन्य मीट व्यापरी को फंसाने की साजिश रची. पुलिस ने बताया कि आरोपी विश सिंह कंबोज को एक मीट व्यापारी टीपू कुरैशी से कथित तौर पर 50,000 रुपये दिए जिसके बदले में सिंह को कुरैशी के बिजनेस पार्टनर जो गोहत्या के मामले में फंसाना था.
सरसावा थाने के एसएचओ नरेंद्र शर्मा ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'आरोपी सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर मंगलवार को जिले के एक हाईवे को सड़क पर गाय अवशेष रखकर जाम कर दिया और कथित गोहत्यारों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की मांग की.' शर्मा ने कहा कि पुलिस को तब संदेह हुआ जब उसने देखा कि शव काफी पुराना लग रहा था. इसके बाद उन्होंने दक्षिणपंथी संगठन विश्व हिंदू परिवार के संस्थापक कंबोज को हिरासत में ले लिया, क्योंकि उसने विरोधाभासी बयान दिए थे.
अपने बिजनेस पार्टनर को चाहता था फंसाना
एसएचओ ने कहा, 'उसने कबूल किया कि उसने मीट व्यापारी टीपू कुरैशी के कहने पर सड़क पर जानवरों के कंकाल रखकर विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई थी.' पुलिस ने कहा कि कुरैशी और जिस व्यक्ति को उसने निशाना बनाया, दोनों ही मीट के व्यापार में थे. लेकिन कुरैशी का मीट व्यापर उसके बिजनेस पार्टनर के मुताबिक उतना सफल नहीं रहा जितना बिजनेस पार्टनर का अच्छा रहा. कुरैशी को अंदर ही अंदर यह बात खटकती रही और उसने अपने बिजनेस पार्टनर को फंसाने की योजना बनाई.
फरार है मुख्य आरोपी
एसएचओ ने कहा, 'गौहत्या के मामलों की संवेदनशीलता को देखते हुए, अदालतें भी ज़मानत देने से कतराती हैं. कुरैशी ने इसका फ़ायदा उठाने की कोशिश की, ताकि उसका कॉम्पिटिटर जेल में बंद हो जाए ताकि उसका खुद का व्यापार फल-फूल सके.' बता दें कि जहां सिंह तो गिरफ्तार हो गया है वहीं कुरैशी अभी तक फरार हैं. हालांकि पुलिस ने उस बिजनेस पार्टनर का नाम नहीं बताया जिससे कुरैशी बदला लेना चाहता था. इसके अलावा मामले में जांच कर रही पुलिस ने बताया है कि विश सिंह कंबोज पर गुंडा एक्ट के तहत कई मामले दर्ज किए गया है.