सशक्तिकरण चरम पर! किसी और से प्रेग्नेंट होने पर पति को जान से मारने की खुली धमकी, बच्चा अपनाओ या जान गंवाओ
फरवरी 2025 में एक पति अपनी पत्नी के पास गया और उसे वापस घर चलने के लिए कहा. लेकिन अप्रैल 2025 में मामला अचानक बदल गया, जब पत्नी को पेट दर्द की शिकायत हुई और उसे अस्पताल ले जाया गया. वहां डॉक्टरों ने बताया कि वह 14 हफ्ते की गर्भवती है.;
एक समय था जब शादी जैसे रिश्ते को बेहद पवित्र और भरोसे का बंधन माना जाता था. इसे दो लोगों ही नहीं, दो परिवारों का मिलन समझा जाता था, जिसमें प्यार, सम्मान और समझदारी की नींव होती थी. लेकिन अब जिस तरह से शादीशुदा जीवन में त्रासदी छा हुई है उन्होंने ने न सिर्फ सामजिक रूप से असुरक्षित की भावना विकसित की बल्कि मानसिक रूप से परेशान कर देने वाली सबसे ज्यादा घटनाएं सामने आई है.
मेरठ से सौरभ हत्याकांड, पति से छुटकारा पाने के लिए सांप से कटाने का सहारा लेना, समधन का समधी संग और सास का दामाद संग फरार होना. ऐसी रोचक घटनाओं ने काफी हैरान और परेशान किया. अब यूपी से एक और मामला सामने आया जहां एक महिला जो किसी गैर-पुरुष से गर्भवती है उसने इस सच्चाई को अपनाते हुए अपने पति पर दहेज़ का झूठा मुकदमा और जान से मारने की धमकी दी. जिससे काफी हद तक इस मामले की आलोचना हो रही है और लोगों ने लैंगिक समानता कानून का अनुरोध किया है.
पति से संबंध नहीं फिर भी प्रेग्नेंट
मामला उत्तर प्रदेश के महराजगंज का है जहां एक जोड़े की शादी साल 2022 में हुई, लेकिन पुलिस के मुताबिक पति पत्नी के बीच कभी कोई शारीरिक संबंध नहीं रहे. पति का अपनी शिकायत में दावा है कि उसकी पत्नी का मायका संत कबीरदस नगर में हैं जहां वह आए दिन जाती रहती थी. नवंबर 2024 में, वह कथित तौर पर एक बार फिर अपने माता-पिता के घर चली गई - इस बार उसे बताए बिना. जिसके बाद इस रिश्ते में ऐसा मोड़ आया जिसने पति और उसके घरवालों को चौंका दिया.
बच्चा अपनाओं वरना मरवा दूंगी
फरवरी 2025 में एक पति अपनी पत्नी के पास गया और उसे वापस घर चलने के लिए कहा. लेकिन अप्रैल 2025 में मामला अचानक बदल गया, जब पत्नी को पेट दर्द की शिकायत हुई और उसे अस्पताल ले जाया गया. वहां डॉक्टरों ने बताया कि वह 14 हफ्ते की गर्भवती है. यह सुनकर पति हैरान रह गया. उसने अलग-अलग डॉक्टरों से दोबारा जांच करवाई, लेकिन हर बार यही रिपोर्ट आई. जब पति ने पत्नी से इस बारे में सवाल किया, तो उसने माना कि यह बच्चा उसके पति का नहीं है. इसके बाद, उसने पति को धमकी दी कि अगर उसने उसे अपनाया नहीं, तो वह या तो उसे मार देगी या फिर उस पर झूठा दहेज का केस कर देगी. जिसके बाद पति पुलिस के पास पहुंचा और अब मामले की कार्यवाई हो रही है.
भड़के लोग मांग रहे हैं नया कानून
लेकिन अब इस मामले के संज्ञान में आते ही ऐसे वर्ग को प्रभावित किया है जिन्होंने ऐसे मामलों का हवाला देते हुए उचित कानून व्यवस्था बनाने का अनुरोध किया है. एक एक्स यूजर महिला ने लिखा, 'सशक्तिकरण चरम पर : महिला पति को यौन संबंध बनाने से मना करती है. अक्सर मायके जाती है, गर्भवती हो जाती है. अपने पति से आत्मविश्वास से कहती है कि या तो तुम बच्चे को स्वीकार कर लो, नहीं तो मैं तुम्हें मरवा दूंगी या झूठे दहेज के मामले में फंसा दूंगी!..वाह क्या चल रहा है ये?.'
नियम एक बराबर हो
महिला की इस पोस्ट पर एक ने कॉमेंट सेक्शन में लिखा, 'अब वक्त आ गया है कि कानून में महिला-पुरुष बराबरी लाई जाए. जो बेगुनाह हैं, वो आखिर जाएं तो कहां? ऐसे कानून जो सिर्फ एक ही लिंग के पक्ष में हों, उन्हें खत्म किया जाए और ऐसे नियम बनाए जाएं जो सभी के लिए बराबर हों, चाहे कोई भी महिला हो, पुरुष हो या कोई और तभी हर नागरिक को सही मायनों में इंसाफ और ताकत मिलेगी.' एक अन्य ने कहा, 'मैं पहले से ही परिणाम बता सकता हूं, मैं जजों के डीएनए से वाकिफ हूं, वे कहेंगे: बच्चा पति की जिम्मेदारी है, अगर तलाक हो भी जाता है, तो भी उसे जीवन भर भरण-पोषण और बच्चे की देखभाल के लिए पैसे देने होंगे..तो या तो वह पैसे देगा या फिर आत्महत्या कर लेगा.'