योगी सरकार में जल्द हो सकता है मंत्रिमंडल विस्तार, पिछड़े और दलित समाज के कुछ चेहरों पर चर्चा तेज
उत्तर प्रदेश में जल्द मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है. जानकारी के अनुसार इसे लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी है. दरअसल बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े ने यूपी बीजेपी के सभी वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की है. ऐसे में इस मुलाकात में जिला अध्यक्षों के नाम पर चर्चा हुई.;
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के कैबिनेट का जल्द विस्तार हो सकता है. दरअसल मंत्रिमंडल में अभी छह पद खाली हैं वहीं इस बार पिछड़े और दलित समाज से कुछ चेहरों को सरकार में जगह मिल सकती है. इस तरह योगी सरकार की इस टीम में कुछ नए चेहरे जुड़ सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को इस बार कैबिनेट में जगह दी जा सकती है. हालांकि सिर्फ नए चेहरों को ही नहीं जोड़ा जा रहा है. इसी के साथ कुछ मंत्री ऐसे भी होंगे जिनकी छुट्टी हो सकती है.
कई नेताओं के साथ हुई मुलाकात
कैबिनेट विस्तार की इस चर्चा को उस समय बल मिला जब राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े ने शुक्रवार को कई नेताओं के साथ मुलाकात की थी. इस मुलाकात में उनसे इसी मुद्दे पर चर्चा की गई. सूत्रों की माने तो इस मुलाकात में बीजेपी ने 98 से 70 संगठनात्मक जिले में जिलाध्यक्षों के नाम तय कर लिए हैं. इसकी लिस्ट भी तैयार कर शुक्रवार को केंद्रीय नेतृत्व को सौंप दी गई है. उम्मीद है कि शनिवार को केंद्रीय नेतृत्व को इसकी मंजूरी मिल जाएगी. जिसके बाद लिस्ट जारी की जा सकती है.
कैबिनेट में खाली 6 पद
उत्तर प्रदेश सरकार कम से कम कैबिनेट मैं 60 मंत्रियों को शामिल कर सकती है. मौजूदा मंत्रीमंडल में 21 कैबिनेट मंत्री, 14 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और 19 राज्यमंत्री हैं, यानी कुल 54 मंत्री हैं. इस हिसाब से देखा जाए तो सरकार के पास अभी भी 6 पद खाली है. अब ऐसा माना जा रहा है कि यदि सरकार सभी मंत्रियों के कार्यों से खुश हैं और उन्हें छुट्टी नहीं दी जाती तो इन 6 पदों को भरा जा सकता है और नए मंत्री बनाए जा सकते हैं.
कौन होगा UP बीजेपी अध्यक्ष?
उत्तर प्रदेश से मौजूदा भाजपा अध्यध भूपेंद्र सिंह चौधरी को कैबिनेट में जगह देने की चर्चा काफी तेज है. कहा जा रहा है कि उन्हें मंत्री बनाया जाने वाला है जाहिर है मंत्री बनने के बाद ये पद छोड़ना पड़ेगा. अब ऐसे में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की कमान कौन संभालने वाला है. इस पर जारी कंफ्यूजन भी फरवरी के अंतिम हफ्तों में दूर हो जाने वाली है. जल्द ही नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम की भी घोषणा की जा सकती है.