खुशियों का मंडप बना मातम का मंच! तंदूरी रोटी को लेकर दो युवकों के बीच चले लाठी डंडे; दोनों की हुई मौत
झगड़ा इतना भयानक हो गया कि आशीष कुमार की मौके पर ही मौत हो गई. रवि कुमार को गंभीर हालत में लखनऊ ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, लेकिन उसने भी रास्ते में दम तोड़ दिया. दो युवा जिनके सामने पूरी ज़िंदगी पड़ी थी, एक पल की ग़लती ने सबकुछ छीन लिया.;
उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले से एक ऐसी दुखद घटना सामने आई है, जिसने समाज को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर गुस्से और अहंकार की एक चिंगारी कैसे ज़िंदगियां तबाह कर सकती है. यह सब तब हुआ जब एक घर की शादी की ख़ुशी माताम में बदल गई. बलभद्रपुर गांव में एक शादी समारोह के दौरान तंदूरी रोटी को लेकर हुए मामूली विवाद ने दो किशोरों की जान ले ली और दो परिवारों की खुशियां हमेशा के लिए उजाड़ दीं.
शनिवार शाम बलभद्रपुर निवासी रामजियावन वर्मा के घर बेटी की शादी थी. पूरे गांव में रौनक थी, ढोल-नगाड़ों की आवाज़ें गूंज रही थीं और मेहमान रात्रि भोज का आनंद ले रहे थे. लेकिन इसी बीच एक ऐसी घटना घटी, जिसने सबको झकझोर कर रख दिया. खाने के दौरान 18 साल के रवि कुमार उर्फ कल्लू और 17 साल के आशीष कुमार के बीच यह बहस छिड़ गई कि पहले तंदूरी रोटी कौन लेगा. यह बात सुनने में चाहे जितनी भी छोटी लगे, लेकिन यह बहस जल्द ही लाठी-डंडों के हिंसक टकराव में बदल गई.
दोनों ने तोड़ा मौके पर दम
झगड़ा इतना भयानक हो गया कि आशीष कुमार की मौके पर ही मौत हो गई. रवि कुमार को गंभीर हालत में लखनऊ ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, लेकिन उसने भी रास्ते में दम तोड़ दिया. दो युवा जिनके सामने पूरी ज़िंदगी पड़ी थी, एक पल की ग़लती ने सबकुछ छीन लिया. घटना की जानकारी मिलते ही गौरीगंज सर्किल के सीओ अखिलेश वर्मा और जामो थाना पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और कहा कि तहरीर और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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शादी का घर बना शोक स्थल
जिस घर में बेटी की विदाई की तैयारियां चल रही थीं, वहां अब मातम पसरा है. रामजियावन वर्मा ने बताया कि वे रस्मों में व्यस्त थे और जब उन्हें झगड़े की सूचना मिली, तब तक बहुत देर हो चुकी थी. उन्होंने अपने बयान में कहा, 'हमने झगड़ा शांत कराने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत कुछ बिगड़ चुका था.