सोशल मीडिया पर पोस्ट और कैंपस छोड़ने तक... AMU की इन देशों के छात्रों के लिए नई गाइडलाइन
AMU ने नई गाइडलाइन में ईरान, इराक और अफगानिस्तान के छात्रों के कहा गया कि वह नेशनल और इंटरनेशनल विषयों पर खुद को सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं देने से दूर रखें. साथ ही यूनिवर्सिटी छोड़ने से पहले परमिशन लेना जरूरी है. उन्हें अपने आने-जाने की जानकारी AMU प्रशासन को देनी होगी. यह आदेश ईरान, इराक और अफगानिस्तान के छात्रों के लिए है.;
AMU News Guidelines: उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में बांग्लादेश मुद्दे को लेकर काफी विरोध प्रदर्शन देखने को मिला. कैंपस में छात्रों ने काफी हंगामा काटा. अब यूनिवर्सिटी की ओर से स्टूडेंट्स के लिए नई गाइडलाइन जारी की है. यह आदेश ईरान, इराक और अफगानिस्तान के छात्रों के लिए है.
जानकारी के अनुसार, AMU ने नई गाइडलाइन में ईरान, इराक और अफगानिस्तान के छात्रों के कहा गया कि वह नेशनल और इंटरनेशनल विषयों पर खुद को सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं देने से दूर रखें. साथ ही यूनिवर्सिटी छोड़ने से पहले परमिशन लेना जरूरी है. उन्हें अपने आने-जाने की जानकारी AMU प्रशासन को देनी होगी.
AMU की नई गाइडलाइन
एएमयू के डिप्टी प्रॉक्टर प्रो. सैयद अली नवाज जैदी ने मंगलवार (21 जनवरी) को मीडिया को नई गाइडलाइन के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी की ओर से छात्रों को नए नियम के बारे में जानकारी दी जा रही है. छात्रों को सोशल मीडिया के इस्तेमाल को लेकर जिम्मेदारी बरतने को कहा है. अगर किसी ने नियमों का उल्लंघन किया तो उस पर कार्यवाही की जा सकती है. कैंपस छोड़ने से पहल उन्हें इंतजामिया को सूचना देगी होगी. ईरान, इराक और अफगानिस्तान के छात्रों को देश के किसी भी मुद्दे पर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने पर पाबंदी लगाई गई है.
इन मुद्दों पर पोस्ट करने पर रोक
नई गाइडलाइन के तहत यह छात्र देश-विदेश में होने वाली किसी भी घटना पर अपनी कोई रिएक्शन देंगे. वह किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किसी जाति, धर्म, समुदाय या राजनीतिक गतिविधि पर अपने विचार नहीं रख सकते. छात्रों को इस बारे में जानकारी देने के लिए कैंपस में छात्रों के साथ यूनिवर्सिटी के अधिकारियों व प्रोफेसर्स ने बैठक की. इसमें अफगानिस्तान के 14 छात्रा, ईरान के 6 और इराक के 6 शामिल हुए. ये न कोई विवादित पोस्ट करेंगे और ही उसे शेयर करेंगे. साथ ही ऐसी पोस्ट पर रिएक्शन तक नहीं देंगे.
क्यों लिया फैसला?
हाल ही में यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले तीन बांग्लादेशी छात्रों ने भारत देश और सनातन धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. जिसके बाद एएमयू में हिंदू छात्रों ने इसका विरोध किया था. फिर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए आरोपी छात्रों को नोटिस दिया था और दो छात्रों को डिबार करते हुए उनके ऊपर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था. अब भविष्य में ऐसा न हो इसलिए छात्रों के लिए गाइडलाइन जारी की गई है.