बैंक लूट में शामिल 2 का एनकाउंटर, लखनऊ और गाजीपुर में पुलिस ने किया ढेर, 2 अभी भी फरार

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इंडियन ओवरसीज बैंक के लॉकर तोड़कर करोड़ों की चोरी करने वाले गैंग के दो बदमाशों का एनकाउंटर हुआ है। लखनऊ और गाजीपुर में हुई अलग-अलग मुठभेड़ में दो आरोपी ढेर हो गए हैं।;

( Image Source:  social media )
Edited By :  संस्कृति जयपुरिया
Updated On : 24 Dec 2024 10:41 AM IST

लखनऊ के इंडियन ओवरसीज बैंक में हाल ही में लूट हुई थी जिसमें लखनऊ के किसान पथ पर हुई मुठभेड़ में गैंग के सदस्य सोबिंद कुमार को भी मार गिराया था और अब गाजीपुर में भी पुलिस ने एक बदमाश को मार गिराया. अन्य लोगों की तलाश जारी है. यूपी पुलिस सख्ती से कार्रवाई और जांच कर रही है.

लखनऊ में इंडियन ओवरसीज बैंक के लॉकर तोड़कर करोड़ों की चोरी करने वाले गैंग के दूसरे बदमाश सन्नी दयाल को पुलिस ने गाजीपुर के यूपी-बिहार बॉर्डर पर मुठभेड़ में मार गिराया है. यह मुठभेड़ सोमवार रात को गहमर थाना क्षेत्र के बारा पुलिस चौकी के पास हुई. इससे पहले, पुलिस ने लखनऊ के किसान पथ पर हुई मुठभेड़ में गैंग के सदस्य सोबिंद कुमार को भी मार गिराया था.

गाजीपुर में हुई मुठभेड़ में सन्नी दयाल की मौत की पुष्टि गाजीपुर के एसपी इरज राजा ने की. अब तक इस मामले में दो बदमाश मारे जा चुके हैं, तीन गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि दो अभी भी फरार हैं. पुलिस फरार बदमाशों मिथुन कुमार और विपिन कुमार की तलाश में लगातार दबिश दे रही है.

चोरों की गिरफ्तारी और बैंक लूट का खुलासा

सोमवार को दिन में लखनऊ पुलिस ने भारतीय ओवरसीज बैंक की चिनहट शाखा में हुई चोरी के 24 घंटे के भीतर गैंग के तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों की पहचान अरविंद कुमार, बलराम कुमार, और कैलाश बिंद के रूप में हुई है. ये तीनों बिहार के रहने वाले हैं और अपनी एस्टिलो कार में सवार थे. पुलिस ने इन आरोपियों को चिनहट के लौलाई गांव के पास मुठभेड़ के बाद पकड़ा.

जब पुलिस ने इनकी कार को रोकने की कोशिश की, तो आरोपियों ने पुलिस पर गोलियां चला दीं. जवाबी कार्रवाई में एक आरोपी, अरविंद कुमार के पैर में गोली लग गई, जबकि बलराम और कैलाश को गिरफ्तार कर लिया गया. उनके पास से 3 लाख रुपये नकद, 1889 ग्राम सोना और 1240 ग्राम चांदी बरामद की गई.

गैंग की योजना और बैंक लूट का तरीका

गैंग का मुख्य साजिशकर्ता बिहार का था, जबकि लखनऊ में बैंक की रेकी और गैंग के ठहरने की व्यवस्था करने वाला आरोपी विपिन कुमार वर्मा था. यह गिरोह 23 दिसंबर को तड़के चिनहट स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक में दाखिल हुआ था. उन्होंने बैंक की दीवार में 2.5 फीट का छेद काटा और 90 में से 42 लॉकरों को खोलकर कीमती सामान लूट लिया। यह घटना रविवार सुबह सामने आई, जब एक स्थानीय दुकानदार ने बैंक की दीवार में छेद देखा और पुलिस को सूचना दी.

पुलिस ने बताया कि इस गिरोह में कुल सात सदस्य शामिल थे, जिनमें से छह बिहार के थे, और एक सदस्य लखनऊ का था। गिरोह के मुख्य सदस्य विपिन कुमार वर्मा ने बैंक की रेकी की थी और गैंग के अन्य सदस्यों के ठहरने और गाड़ी की व्यवस्था की थी.

अब भी फरार हैं दो बदमाश

हालांकि पुलिस ने तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है, दो मुख्य आरोपी—मिथुन कुमार और विपिन कुमार—अभी भी फरार हैं. पुलिस ने इनकी तलाश में दबिश तेज कर दी है और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

इस पूरी घटना में पुलिस की तत्परता और गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी से यह साबित होता है कि लखनऊ पुलिस अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है.

Similar News