पीलीभीत में ड्यूटी पर सिपाही से बदसलूकी, दुकान बंद कराना पड़ा महंगा, मारपीट का वीडियो वायरल

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में एक पुलिस ऑफिसर के साथ लोगों ने बदसलूकी की. दरअसल गश्त के दौरान सिपाही ने एक दुकान बंद करवाने के लिए कहा. इस बात को सुन कुछ लोगों ने उनके साथ मारपीट की. इतना ही नहीं, साथी पुलिस वाले ने इस दौरान कोई मदद नहीं की.;

( Image Source:  x-parasharji24 )
Edited By :  हेमा पंत
Updated On : 6 July 2025 12:12 PM IST

पीलीभीत के पूरनपुर कोतवाली क्षेत्र की एक शांत रात अचानक तनाव में बदल गई. शुक्रवार और शनिवार की दरम्यानी रात करीब एक बजे सिपाही महावीर ढका मोहल्ले में ड्यूटी पर थे. वे रोज की तरह गश्त कर रहे थे, तभी उनकी नजर एक दुकान पर पड़ी, जो निर्धारित समय के बाद भी खुली थी.

सिपाही महावीर ने जब दुकान को बंद करने की बात कही, तो स्थिति बिगड़ गई. तभी कुछ लोगों ने आपत्ति जताते हुए अचानक सिपाही पर हमला बोल दिया. पहले उनके साथ बदतमीजी की गई, फिर देखते ही देखते उन्हें जमीन पर पटक दिया गया. इसके बाद हमलावरों ने लात-घूंसे बरसाने शुरू कर दिए.

साथी सिपाही बना तमाशबीन

हमले के दौरान सिपाही महावीर के साथ उनका एक साथी भी मौजूद था. लेकिन चौंकाने वाली बात यह रही कि वह पूरी घटना को देखते हुए भी कोई मदद नहीं कर पाया. यह पूरा घटनाक्रम वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया, जो अब वायरल हो चुका है.

महिला ने लगाए झूठे आरोप

घटना के अगले दिन शनिवार को एक नया मोड़ आया. मोहल्ले की एक महिला, महमूदन बेगम, तीन अन्य महिलाओं के साथ एसपी के पास पहुंची. महिला का आरोप था कि सिपाही नशे की हालत में उनके घर में घुस आया और वहां रखे खिचड़े के बर्तन को फेंक दिया. साथ ही, तीन लोगों को झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी.

महिला का दावा गलत

कोतवाल सत्येंद्र कुमार ने मामले पर बयान जारी करते हुए कहा कि प्राथमिक जांच में महिला की शिकायत झूठी पाई गई है. संभवतः यह हमला करने वालों की ओर से ध्यान भटकाने की एक कोशिश हो सकती है. उन्होंने बताया कि सिपाही महावीर का मेडिकल टेस्ट कराया गया है और चोटों की पुष्टि हुई है.

यह पहली बार नहीं है, जब लोगों ने पुलिस पर हमला किया हो. आजकल ऐसे मामले अक्सर सामने आते हैं. इतना ही नहीं, कई बार तो झगड़ा सुलझाने गई पुलिस पर भीड़ इतनी बेकाबू हो जाती है कि उनकी मौत तक हो चुकी है.


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