प्रिंसिपल ने मारा थप्पड़, 7 साल की बच्ची हो गई अंधी, मुरादाबाद से सामने आया चौंकाने वाला मामला
मुरादाबाद से एक खबर सामने आई है, जहां तीसरी क्लास में पढ़ने वाली लड़की को प्रिंसिपल ने थप्पड़ मारा, जिसके बाद वह अंधी हो गई. शुरुआत में लड़की का इलाज मुरादाबाद में चल रहा था, फिर हालत बिगड़ने पर बच्ची को एम्स रेफर कर दिया गया.;
सोचिए क्या थप्पड़ मारने से कोई अंधा हो सकता है? ऐसा ही एक चौंकाने वाले मामला सामने आया है, जहां मुरादाबादा की एक तीसरी क्लास में पढ़ने वाली बच्ची को कथित तौर पर प्रिंसिपल ने थप्पड़ मारा था. इसके कारण उसकी आंखों की रोशनी चली गई. यह बात लड़की की मां ज्योति कश्यप ने बताई है.
केवल बेटी ही नहीं बल्कि बच्ची की मां का कहना है कि जब उन्होंने इस बारे में प्रिंसिपल से बात की, तो उसने उसके साथ भी हाथापाई की. इसके बाद 24 फरवरी के दिन ज्योति कश्यप ने मुरादाबाद के जिला मजिस्ट्रेट अनुज सिंह से कॉन्टैक्ट किया, ताकि वह अपनी बेटी का इलाज दिल्ली के एम्स अस्पताल में करवा सके.
एम्स में चल रहा इलाज
ज्योति कश्यप ने अपनी स्टेटमेंट में कहा कि ' प्रींसिपल ने बच्ची को थप्पड़ मारा. इसके कारण पहले उसे परेशानी हुई और फिर वह अंधी हो गई. इसके तुरंत बाद मुरादाबाद में लड़की का इलाज किया गया, लेकिन हालत में सुधार न आने के कारण उसे दिल्ली के एम्स में रेफर किया गया. हालांकि, वहां वेटिंग टाइम बहुत ज्यादा था.'
ऑप्टिक एट्रोफी से पीड़ित है लड़की
इस मामले में अनुज सिंह ने मुरादाबाद के चीफ मेडिकल ऑफिसर को इस परेशानी को हल करने के लिए कहा है. वहीं, टाइम्स ऑफ इंडिया ने मुरादाबाद के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. पीके पांडे की डायग्नोसिस रिपोर्ट देखी, जिसमें कहा गया है कि लड़की ऑप्टिक एट्रोफी की बीमारी है. इस कंडीशन में ऑप्टिक नर्व खराब हो जाती है, जिसके चलते दिखना बंद हो जाता है.
प्रिंसिपल के खिलाफ जांच शुरू
मुरादाबाद बेसिक शिक्षा अधिकारी विमलेश कुमार ने बताया कि इस मामले में स्कूल प्रिंसिपल के खिलाफ जांच शुरू की जा चुकी है. विमलेश का कहना है कि लड़की पहले से आंखों की बीमारी से ग्रस्त थी, जो साथी छात्र के थप्पड़ मारने से कंडीशन ज्यादा खराब हो गई.