12 साल बाद फिर... शिव विवाह के साथ ही संपन्न हुआ महाकुंभ-2025, 66 करोड़ लोगों ने लगाई आस्था की डुबकी
प्रयागराज महाकुंभ 2025 का समापन महाशिवरात्रि पर अंतिम पवित्र स्नान के साथ हुआ. 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में डुबकी लगाई. शाही स्नान, अखाड़ों के जुलूस और भव्य आयोजन ने इसे ऐतिहासिक बना दिया. हर-हर महादेव के जयघोष से वातावरण गूंज उठा. अब श्रद्धालु अगले अर्धकुंभ का इंतजार कर रहे हैं.

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का समापन महाशिवरात्रि के पवित्र स्नान के साथ हो गया. संगम तट पर डुबकी लगाने वालों की अपार भीड़ उमड़ी. दूर-दूर से श्रद्धालु इस पावन अवसर पर पुण्य लाभ लेने के लिए पहुंचे और सभी घाटों पर आस्था का अद्भुत नजारा देखने को मिला.
यह दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक समागम न केवल बड़ी सांख्या में श्रद्धालुओं का साक्षी बना, बल्कि कई अनोखे चेहरे और कुछ अप्रत्याशित घटनाएं भी इसकी चर्चा में रहीं. 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने इस दिव्य मेले में भाग लिया, जहां 'मोनालिसा' और 'आईआईटी बाबा' जैसे चर्चित चेहरे आकर्षण का केंद्र बने. वहीं, कुछ दुखद भगदड़ की घटनाएं भी सामने आईं.
कब हुई थी शुरुआत?
उत्तर प्रदेश सरकार के अनुसार, महाकुंभ 2025 का शुभारंभ 13 जनवरी को हुआ था और तब से लेकर समापन तक 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर स्नान कर चुके हैं. यह आंकड़ा ऐतिहासिक है और जल्द ही सरकार द्वारा अंतिम आंकड़ा जारी किए जाने की संभावना है.
क़ब और कितने आए श्रद्धालु
- 13 जनवरी (पौष पूर्णिमा): 1.70 करोड़
- 14 जनवरी (मकर संक्रांति - अमृत स्नान): 3.50 करोड़
- 29 जनवरी (मौनी अमावस्या - अमृत स्नान): 7.64 करोड़
- 3 फरवरी (वसंत पंचमी - अमृत स्नान): 2.57 करोड़
- 12 फरवरी (माघ पूर्णिमा): 2.04 करोड़
- 26 फरवरी (महाशिवरात्रि): 1.53 करोड़
मोनालिसा और आईआईटी बाबा हुए वायरल
प्रयागराज महाकुंभ 2025 में दो लोग खास चर्चा में रहे मोनालिसा और आईआईटी बाबा. मध्य प्रदेश की रहने वाली 16 वर्षीय मोनालिसा, जो मेले में माला बेचती थी, रातोंरात इंटरनेट सेंसेशन बन गई. उनके खूबसूरत चेहरे और आंखों को उभारने वाले वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए. कुछ ने उनकी प्रसिद्धि को सराहा, तो कुछ ने अफवाहें भी फैलाईं. उनकी लोकप्रियता के चलते उन्हें एक फिल्म में भी काम भी मिला. वहीं, अभय सिंह यानी आईआईटी बाबा ने भी खूब सुर्खियां बटोरीं. आईआईटी बॉम्बे से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले अभय ने आध्यात्म का रास्ता अपनाया और खुद को भगवान शिव का भक्त बताया. उनकी शानदार अंग्रेजी और ज्ञानवर्धक बातचीत के वीडियो वायरल हो गए.
भगदड़ में कई लोगों की गई जान
महाकुंभ मेले में कई दुखद घटनाएं भी हुईं, जिनमें भगदड़ और आग लगने की घटनाएं शामिल थीं. 29 जनवरी की सुबह संगम क्षेत्र में मची भगदड़ में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक घायल हो गए, जब मौनी अमावस्या के शुभ अवसर पर लाखों तीर्थयात्री पवित्र स्नान के लिए संघर्ष कर रहे थे. इसी तरह, 15 फरवरी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मचने से कम से कम 18 लोगों की जान चली गई और एक दर्जन से अधिक घायल हो गए थे.
महाकुंभ 2025 का यह समापन भले ही एक अध्याय का अंत हो, लेकिन आस्था, श्रद्धा और धार्मिकता की यह लहर अनंत काल तक प्रवाहित होती रहेगी. अब श्रद्धालु अगले अर्धकुंभ का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जब एक बार फिर संगम तट पर भक्ति और विश्वास का यह महासंगम देखने को मिलेगा.