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कभी संसद में दिखाई थी शिव की फोटो, आए दिन करते हैं हिंदू होने का दावा; फिर महाकुंभ में स्नान करने से कैसे चूक गए राहुल गांधी?

144 साल बाद आयोजित महाकुंभ आज समाप्त हो गया. इस महापर्व में देश-विदेश के कोने-कोने से श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचे. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चले इस भव्य आयोजन के दौरान सियासी बयानबाजियों का दौर भी चलता रहा. लेकिन इस हर जगह हिंदू होने का दावा करने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी महाकुंभ में स्नान क्यों नहीं किया आइए जानते हैं...

कभी संसद में दिखाई थी शिव की फोटो, आए दिन करते हैं हिंदू होने का दावा; फिर महाकुंभ में स्नान करने से कैसे चूक गए राहुल गांधी?
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सागर द्विवेदी
Edited By: सागर द्विवेदी

Updated on: 27 Feb 2025 1:05 AM IST

144 साल बाद आयोजित महाकुंभ आज समाप्त हो गया. इस महापर्व में देश-विदेश के कोने-कोने से श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचे. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चले इस भव्य आयोजन के दौरान सियासी बयानबाजियों का दौर भी चलता रहा. लेकिन किसी ने खूब कहा है कि, 'जाने वाले को कौन रोक सकता है,' और इसी तरह करोड़ों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई. इस अवसर पर राज्य के मुख्यमंत्री ने विधानसभा में गर्व के साथ कहा कि 'महाकुंभ में जिसने जो तलाशा, उसे वह मिला.' इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष पर तीखा हमला भी किया.

राजनीतिक दृष्टि से देखा जाए तो सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई नेताओं ने इस महाकुंभ में स्नान किया, लेकिन विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इसमें हिस्सा नहीं लिया. जिसके बाद अब सियासत तेज होती नजर आ रही है. भाजपा ने उन पर निशाना साधते हुए सवाल उठाए कि 'जो खुद को हिंदू बताते हैं, उन्होंने महाकुंभ में स्नान क्यों नहीं किया?' विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच इस मुद्दे पर बयानबाजी लगातार जारी है.

क्या कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी है?

न्यूज़ 18 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, बीते दो लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की हार को लेकर यह धारणा बनी कि पार्टी केवल अल्पसंख्यक समुदाय, विशेष रूप से मुसलमानों, की राजनीति कर रही थी. यही कारण था कि गांधी परिवार, खासकर राहुल गांधी, ने अपनी छवि बदलने के लिए मंदिर यात्राओं का रुख किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे चुनावी हिंदू के विपरीत खुद को सच्चा हिंदू बताने का प्रयास किया.

राहुल गांधी ने कुंभ को लेकर बताया फोटो ऑप

हालांकि, अब हैरानी की बात यह है कि हर जगह हिंदू पहचान का दावा करने वाला गांधी परिवार कुंभ मेले के दौरान पवित्र स्नान से दूर रहा. इतना ही नहीं, कांग्रेस के किसी भी बड़े नेता ने 2024 में हुए राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हिस्सा नहीं लिया. इन दोनों मामलों में गांधी परिवार और कांग्रेस नेतृत्व पूरी तरह गैर-मौजूद रहा, बल्कि उन्होंने इसे "फोटो ऑप" और सरकारी आयोजन के रूप में खारिज कर दिया.

राहुल गांधी ने क्यों नहीं किया महाकुंभ में स्नान?

गांधी परिवार ने कुंभ स्नान न करने पर वहीं उठ रहे सवालों की बात करें तो कहा जा रहा है कि भाजपा के खिलाफ इतनी नफरत के कारण कांग्रेस और गांधी परिवार ने हिंदू छवि को क्या ठोस पहुंचाया है कि क्या यह एक राजनीतिक स्वार्थ हैं? इसके साथ ही कहा जा रहा है कि कांग्रेस और गांधी के बीच जितना प्यार हैं उससे कहीं ज्यादा मोदी से नफरत? तो क्या सत्ता में मोदी के दौरान और यूपी के भाजपा की सरकार होते हुए राहुल ने महाकुंभ में स्नान नहीं किया?

कांग्रेस ने महाकुंभ को लेकर क्या कहा?

सूत्रों के मुताबिक, गांधी परिवार ने कुंभ से दूरी बनाए रखने का फैसला इसलिए किया क्योंकि उन्हें लगा कि इसे एक सरकारी और दिखावटी आयोजन बना दिया गया है. इसके साथ ही राहुल गांधी ने कुंभ की तैयारियों को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा. इस बीच, महाकुंभ में हुई भगदड़ को लेकर कांग्रेस और सपा ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया और सरकार को घेरने का प्रयास किया. हालांकि, कांग्रेस के भीतर इस पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं. जब कांग्रेस अध्यक्ष ने एक रैली में पूछा, "क्या कुंभ में डुबकी लगाने से बेरोजगारी की समस्या हल हो जाएगी?" तो पार्टी के कई सदस्यों को यह बयान एक टालने वाली टिप्पणी लगा, जिससे आंतरिक असंतोष भी उभरकर सामने आया.

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