महाकुंभ में माघी पूर्णिमा स्नान को लेकर कैसी है तैयारी? 10 बड़े अपडेट
प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा का स्नान होना है. इसे लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर है. सीएम योगी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि माघी पूर्णिमा पर भी अमृत स्नान जैसी ही व्यवस्था की जाए. उन्होंने माघी पूर्णिमा पर भी वसंत पंचमी की तरह व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करने, बेहतर ट्रैफिक व्यवस्था और भीड़ प्रबंधन लागू करने के भी निर्देश दिए.;
Magh Purnima Snan 2025 Arrangements: प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में पहुंचने और संगम में पुण्य की डुबकी लगाने के लिए देशभर से लोग प्रयागराज पहुंच रहे हैं. इसे लेकर सड़कों पर लंबा जाम देखने को मिल रहा है. गाड़ियां रेंग-रेंग कर आगे बढ़ रही हैं, लेकिन इसके बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हो रहा है. अब तक 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं. सोमवार के दिन रात 8 बजे तक 1 करोड़ 17 लाख से ज्यादा लोगों ने संगम में डुबकी लगाई.
12 फरवरी को माघी पूर्णिमा का प्रमुख स्नान पर्व है. इस मौके पर करोड़ों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने के लिए महाकुंभ में पहुंच रहे हैं. इसे लेकर सरकार अलर्ट मोड पर है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों को जरूरी और महत्वपूर्ण निर्देश दिए.
माघी पूर्णिमा की तैयारी के 10 बड़े अपडेट
- मंगलवार यानी आज सुबह 4 बजे से जरूरी और इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर मेला क्षेत्र नो व्हीकल जोन बन गया है.
- महाकुंभ में आ रहे दूसरे जिलों के वाहनों को जिले के बाहर रोका जाएगा.
- शाम 5 बजे के बाद पूरा शहर नो व्हीकल जोन बन जाएगा. सिर्फ जरूरी सेवाओं को छूट मिलेगी. 12 फरवरी को मेला क्षेत्र से श्रद्धालुओं के निकासी तक यह व्यवस्था लागू रहेगी.
- कल्पवासियों के वाहनों पर भी प्रतिबंध लगाया गया है. 12 फरवरी को श्रद्धालुओं के सकुशल स्नान संपन्न होने के बाद ही उनके वाहनों को मेला क्षेत्र में शिविर तक प्रवेश दिया जाएगा. उससे पहले, अगर वे जाते हैं तो उनके वाहनों को पार्किंग क्षेत्र में पार्क करना अनिवार्य होगा. कल्पवासियों के वाहनों में अधिकतम ट्रैक्टर से लेकर छोटे वाहनों को ही प्रवेश दिया जाएगा.
संगम आने वाले श्रद्धालु जीटी जवाहर लाल नेहरू मार्ग से प्रवेश कर काली सड़क आकर काली रैम्प से होते हुए संगम अपर मार्ग से संगम तक जा सकेंगे. वहीं, संगम क्षेत्र से अक्षयवट मार्ग होते हुए इंटरलॉकिंग वापसी मार्ग त्रिवेणी मार्ग होते हुए अपने गंतव्य को वापस जा सकेंगे.
- महाकुंभ में लग रहे भीषण जाम को देखते हुए हाईवे के किनारे पार्किंग स्थल बनाए गए हैं. वहीं, 13 फरवरी तक महाकुंभ क्षेत्र में सभी वाहनों की एंट्री बंद कर दी गई है. इसके अलावा, प्रयागराज आने वाले सभी मार्गों पर कुल 36 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं, जहां श्रद्धालु अपने वाहनों को खड़ा कर सकेंगे.
- सीएम योगी ने अधिकारियों को जाम न लगने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि वाहनों को पार्किंग स्थलों पर ही लगवाएं. कहीं भी वाहनों की कतार नहीं लगनी चाहिए. उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे संगम की जगह अपनी तरफ पड़ने वाले घाट पर ही स्नान करें.
मुख्यमंत्री ने साफ निर्देश दिया है कि माघी पूर्णिमा पर भी अमृत स्नान जैसी ही व्यवस्था की जाए. किसी भी श्रद्धालु को परेशानी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने माघी पूर्णिमा पर भी वसंत पंचमी की तरह ही व्यवस्थाओं को चाक चौबंद रखने के साथ बेहतर ट्रैफिक व्यवस्था और भीड़ प्रबंधन लागू करने का भी निर्देश दिया.
सीएम योगी ने शटल बसों की संख्या जरूरत के अनुसार बढ़ाने का निर्देश दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि श्रद्धालुओं, बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों का सहयोग करें. नियम के खिलाफ एक भी वाहन को न जाने दें.
सीएम योगी के निर्देश पर महाकुंभ में अतिरिक्त तीन आईएएस और 25 पीसीएस अफसरों की तैनाती की गई है. इसके पहले, 31 जनवरी से वरिष्ठ आईएएस अधिकारी आशीष गोयल, भानुचंद गोस्वामी, पांच सचिव स्तर और पांच एडीएम रैंक के अधिकारियों की भी तैनाती की गई है.
500 रुपये में दाल फ्राई तो 400 रुपये मिल रहा आलू पराठा
बता दें कि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते प्रयागराज आने वाले सभी मार्गों पर वाहनों की लंबी कतार देखने को मिल रही है, जिससे श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है. यहां तक कि लोगों को एक आलू पराठा लेने के लिए भी 400 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं, जबकि 500 रुपये में दाल फ्राई और 50 रुपये में एक कप चाय मिल रहा है.
संगम में डुबकी लगाने के लिए भी लोगों को काफी पैदल चलना पड़ा रहा है. एक परिवार तो 8 घंटे में 60 किमी पैदल चलकर संगम पहुंचा. वहीं, दो दिन की देरी से प्रयागराज पहुंचे श्रद्धालुओं के पास मौजूद राशन, खाना और रुपये भी खत्म हो गए हैं. इससे उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.