यूपी में कोई सुरक्षित नहीं! जेल में बंद सपा नेता गायत्री प्रजापति पर कैंची से हमला, अखिलेश यादव ने BJP सरकार पर कसा तंज
Lucknow News: लखनऊ की जेल में बंद समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति पर मंगलवार को दूसरे कैदी ने कई वार किए. जेल प्रशासन ने इस घटना की गंभीरता को देखते हुए विश्वास को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है.अखिलेश यादव ने जेल में प्रजापति पर हुए हमले की निंदा की.;
Gayatri Prajapati: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से चौंकाने वाला मामला सामने आया. यहां जेल में बंद समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति पर मंगलवार को हमला कर दिया गया. यह दूसरे कैदी ने किया. इस हमले में उन्हें गंभीर चोटें आईं. अब उनका इलाज किया जा रहा है.
जानकारी के अनुसार, गायत्री प्रसाद प्रजापति पर हमले की घटना ने सबको हैरान कर दिया. जेल प्रशासन पर सवाल भी उठाए गए हैं. जेल के स्टाफ ने तुरंत इलाज शुरू किया और उनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है.
जेल में हुआ हमला
जानकारी के अनुसार, सफाई ड्यूटी पर तैनात कैदी विश्वास से पानी मांगने को लेकर बहस हो गई थी. गुस्से में आकर विश्वास ने पास पड़ी कैंची से प्रजापति के सिर पर कई वार किए. इसके बाद अन्य कैदियों और गार्डों के बचाव से आरोपी को पकड़ लिया गया. जेल प्रशासन ने इस घटना की गंभीरता को देखते हुए विश्वास को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. जेल अधीक्षक ने कहा कि हमलावर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और घटना की जांच की जा रही है.
अखिलेश यादव ने की घटना की निंदा
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जेल में प्रजापति पर हुए हमले की निंदा की. उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा, भूतपूर्व विधायक व यूपी सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति पर जेल में हुए जानलेवा हमले की निष्पक्ष न्यायिक जांच हो. सरकार पर हमला बोलते कहा, यूपी में कहीं भी, कोई भी सुरक्षित नहीं है. अखिलेश यादव ने कहा कि यह हमला सिर्फ गायत्री प्रसाद पर नहीं, बल्कि पूरे राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है. दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो और सजा मिले.
प्रजापति की बेटी का बयान
प्रजापति की बेटी अंकिता ने कहा, वह अभी ठीक महसूस नहीं कर रहे हैं. उन्हें इमरजेंसी में भर्ती किया गया है. निर्दोष होते हुए भी वह आठ साल से ज्यादा समय से जेल में हैं, और उन पर जानलेवा हमला किया गया है. मैं मुख्यमंत्री से निवेदन करती हूं कि वे हमसे मिलें, हमारी बात सुनें.
अंकिता ने कहा, मैं न्यायपालिका से उम्मीद करती हूं और मांग करती हूं कि कम से कम वे आंखें मूंदकर न बैठें। मेरे पिता निर्दोष हैं. वह महिला लंबे समय से कह रही हैं कि उनके साथ कुछ गलत नहीं हुआ है, लेकिन कोई नहीं सुन रहा है. हमारे पिता आतंकवादी नहीं हैं, उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है.
गायत्री प्रसाद प्रजापति पर आरोप
गायत्री प्रजापति लखनऊ की जेल में बंद है. सपा नेता को साल 2017 में एक महिला से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार किया गया था. महिला ने आरोप लगाया था कि प्रजापति ने उसे अपनी पार्टी में महत्वपूर्ण पद देने का वादा किया था, लेकिन बाद में उसका शारीरिक शोषण किया. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
नवंबर 2021 में लखनऊ की विशेष एमपी/एमएलए अदालत ने गायत्री प्रसाद प्रजापति और उनके दो सहयोगियों को सामूहिक दुष्कर्म का दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. इसके बाद नेता ने सजा के खिलाफ इलाहाबाद हाई कोर्ट में अपील की, लेकिन सितंबर 2024 में हाई कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी.