CM योगी ने फतेहपुर मकबरा तोड़फोड़ मामले के आरोपियों का नाम लेने से सुरेश खन्ना को क्यों रोक दिया? अखिलेश यादव ने कसा तंज
उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने फतेहपुर के मकबरा तोड़फोड़ मामले को उठाया.संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने 10 नामजद और 150 अज्ञात आरोपियों की FIR का जिक्र किया, लेकिन सीएम योगी ने नाम पढ़ने से रोक दिया. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिस पर अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि जब ‘मुख्य’ ही पाबंदी लगाएंगे तो सच सामने कैसे आएगा. FIR में भाजपा, बजरंग दल और पूर्व सपा नेता समेत कई लोगों के नाम हैं.;
CM Yogi Suresh Khanna Viral Video: उत्तर प्रदेश विधानमंडल के मानसून सत्र में मंगलवार (12 अगस्त) को फतेहपुर के मकबरे पर हुई तोड़फोड़ का मुद्दा जोर-शोर से गूंजा. नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने विधानसभा में यह मामला उठाया, जिस पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने जवाब दिया. उन्होंने बताया कि मामले में 10 लोगों के खिलाफ नामजद और 150 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ 11 अगस्त की शाम को फतेहपुर कोतवाली में एफआईआर दर्ज हुई है.
खन्ना ने सदन में कहा, “सरकार का इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है. जो भी कानून को हाथ में लेगा, उसे न्यायिक प्रक्रिया के तहत सज़ा मिलेगी.”
'नाम मत पढ़िए'
खन्ना ने सदन में आरोपियों के नाम पढ़ने की बात कही, लेकिन इसी दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें रोकते हुए कहा- नाम मत पढ़िए. यह पल कैमरे में कैद हो गया और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
'सत्य कैसे सामने आएगा'
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यह वीडियो शेयर करते हुए सरकार पर तंज कसा. उन्होंने लिखा- जब मुख पर ‘मुख्य’ ही पाबंदी लगा रहे हैं, तो सत्य कैसे सामने आएगा.”
FIR में दर्ज नामजद आरोपी
- धर्मेंद्र सिंह (बजरंग दल नेता)
- अभिषेक शुक्ला (भाजपा नेता)
- अजय सिंह (जिला पंचायत सदस्य)
- देवनाथ धाकड़ (भाजपा नेता)
- विनय तिवारी (नगर पालिका सभासद)
- पुष्पराज पटेल
- रितिक पाल
- प्रसून तिवारी (भाजपा)
- पप्पू चौहान (पूर्व समाजवादी पार्टी नेता)
- एक अन्य आरोपी का नाम FIR में शामिल
मामले की जांच जारी है. पुलिस ने साफ किया है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.