मच्छर भगाने की स्टिक से बुझ गया घर का चिराग! गाजियाबाद में आग लगने से दो बेटों की मौत

गाजियाबाद में मच्छर भगाने वाली स्टिक जलाने से आग लग गई और बड़ा हादसा हो गया. कमरे में मच्छर भगाने वाली स्टिक जलाने से धुआं-धुआं हो गया. आग में जलने की वजह से दो बच्चों की जान चली गई. घटना के समय पीड़ितों के माता-पिता दूसरे कमरे में सो रहे थे. परिजन ने बताया कि उनका बेटा अरुण कक्षा 12 में पढ़ता था और वंश कक्षा 10 में पढ़ता था.;

( Image Source:  @lokeshRlive )

Ghaziabad News: अक्सर घरों में मच्छर के काटने से बचने के लिए कॉइन, अगरबत्ती या फिर स्टिक जलाते हैं. इनमें मच्छरों मारने वाले कैमिकल होते हैं. उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. प्रशांत विहार इलाके में मच्छर भगाने वाली स्टिक जलाने से आग लग गई और बड़ा हादसा हो गया. शनिवार की रात यह घटना घटी तब घर में चार लोगों का परिवार सो रहा था.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, घर में पीड़ित अरुण और वंश ने रात 1 बजे अपने कमरे में मच्छर भगाने वाली स्टिक जलाई और सो गए. करीब डेढ़ घंटे बाद उनके पिता नीरज की नींद खुली और उन्हें अपने बच्चों के कमरे से धुआं और आग निकलती दिखाई दी. वह उन्हें बचाने के लिए दौड़े, लेकिन उनके एक बच्चे वंश की पहले ही मौत हो चुकी थी. आग की वजह से दूसरा पीड़ित जल गया. उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.

हादसे में बच्चों की मौत

इस मामले में पुलिस अधिकारी ने बताया कि परिवार में दो बच्चों की मौत हो गई. कमरे में मच्छर भगाने वाली स्टिक जलाने से धुआं-धुआं हो गया. आग में जलने की वजह से दो बच्चों की जान चली गई. घटना के समय पीड़ितों के माता-पिता दूसरे कमरे में सो रहे थे. परिजन ने बताया कि उनका बेटा अरुण कक्षा 12 में पढ़ता था और वंश कक्षा 10 में पढ़ता था.

बेटों की मौत के पिता की आंखें नम

इस हादसे में परिवार ने अपने दोनों बेटों को खो दिया. पीड़ितों के पिता ने बताया कि घटना के समय क्षेत्र में बिजली नहीं थी, क्योंकि बिजली के तार बदले जा रहे थे. उन्होंने बताया, "शाम से इलाके में बिजली नहीं थी. हवा की कमी और मच्छरों से परेशान होकर मेरे बच्चों ने दो ईंटों के बीच मच्छर भगाने वाली स्टिक जलाई और उन्हें अपने बिस्तर के नीचे रख दिया.

वे कंबल ओढ़कर सो रहे थे. बिस्तर पर कुछ कपड़े भी थे." इस दौरान अचानक आग लग गई. उन्होंने बताया कि पड़ोसियों ने कमरे में घुसने में उनकी मदद की. साथ ही पड़ोसियों ने बाल्टियों में पानी भरा और आग बुझाने की कोशिश की." बता दें कि पीड़ितों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, जिससे यह पता चलेगा कि उनकी मौत जलने से हुई या धुएं के कारण.

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