पानी से डर रहा था, शरीर कांप रहा था...जिस पिल्ले को बचाया उसी ने काट लिया और तीन महीने बाद कबड्डी प्लेयर की मौत- Video

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में 24 वर्षीय राज्य स्तरीय कबड्डी खिलाड़ी बृजेश सोलंकी की रैबीज से दर्दनाक मौत हो गई. मार्च में एक पिल्ले को नाले से निकालते वक्त कुत्ते ने उंगली पर काट लिया, लेकिन बृजेश ने इसे मामूली समझकर एंटी-रैबीज इंजेक्शन नहीं लगवाया. धीरे-धीरे उसके शरीर में रैबीज के लक्षण दिखने लगे. कई अस्पतालों में भटकने के बाद आखिरकार 27 जून को रास्ते में उसकी मौत हो गई.;

By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 2 July 2025 5:08 PM IST

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कुत्ते के काटने से एक कबड्‌डी खिलाड़ी की मौत हो गई. नाले में गिरे पिल्ले को बचाने के दौरान उसने हाथ में काट लिया था. रैबीज इंजेक्शन नहीं लगवाने पर खिलाड़ी की हालत बिगड़ने लगी. उसमें रैबीज के लक्षण दिखाई देने लगे.

अस्पताल में डॉक्टरों ने जवाब दे दिया. गांव लाते समय रास्ते में खिलाड़ी की मौत हो गई. मामला 26 जून का है. रविवार को कबड्‌डी खिलाड़ी की तड़प-तड़प कर हुई मौत का वीडियो सामने आया. इसमें वह चारपाई पर लेटा तड़प रहा है. उसमें रैबीज के लक्षण दिखाई दे रहे हैं. मामला खुर्जा के फराना गांव का है.

जिस पिल्ले को बचाया उसी ने ले ली

नाली में गिरे पिल्ले को बाहर निकाला था फराना गांवा में रहने वाले बृजेश सोलंकी (24) प्रदेश स्तर के कबड्डी खिलाड़ी थे. इसी साल मार्च के महीने में उनके गांव की नाली में एक कुत्ते का पिल्ला गिर गया था. बृजेश ने उसे बाहर निकाला. इसी दौरान पिल्ले ने बृजेश के दाएं हाथ की उंगली में काट लिया. बृजेश ने तब इसे साधारण चोट समझ कर नजरअंदाज कर दिया. न ही उन्होंने एंटी रैबीज का इंजेक्शन लगवाया.

सुबह उठे तो दायां हाथ सुन्न हो गया 26 जून की सुबह जब बृजेश सोकर उठे, तो उनका दायां हाथ सुन्न हो रहा था. दोपहर तक उनका पूरा शरीर सुन पड़ने लगा. घरवाले बृजेश को पहले अलीगढ़ के जीवन ज्योति अस्पताल लेकर गए. वहां से रेफर करने पर मेडिकल कॉलेज गए. 

डॉक्टरों ने क्या दिया जवाब?

दिल्ली से वापस लाते समय हुई मौत वहां पर भी रैबीज के लक्षण देखकर डॉक्टरों ने जवाब दे दिया. इसके बाद घरवाले मथुरा में आयुर्वेदिक दवा केंद्र लेकर गए। वहां दवा पिलाने के बाद कुछ देर के लिए बृजेश को आराम मिला.इसके बाद फिर उनकी तबीयत बिगड़ने लगी. घरवाले बृजेश को दिल्ली के जीटीबी अस्पताल लेकर गए. वहां पर डॉक्टरों ने लक्षण देखकर रैबीज की पुष्टि की. इलाज से कोई राहत नहीं मिलने की भी बात कही. 27 जून की सुबह घरवाले जब बृजेश को गांव लेकर आ रहे थे, तो उनकी रास्ते में मौत हो गई.

बृजेश ने जीता था गोल्ड मेडल इसी साल फरवरी में बृजेश ने प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता था. इसके अलावा वह अन्य प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर पदक जीत चुके थे. इसके साथ ही वह प्रो कबड्डी लीग 2026 की तैयारी भी कर रहे थे. बृजेश के पिता सतीश सोलंकी पेशे से किसान हैं, जबकि मां गीता सोलंकी ग्रहणी है. उनके तीन भाई और एक बड़ी बहन है. बृजेश सबसे छोटे थे. बड़े भाई शिवम ठाकुर (27) भी प्रो कबड्डी प्लेयर हैं. सबसे बड़े भाई संदीप (29) ड्राइविंग करते हैं. सबसे बड़ी बहन अंचल की शादी हो चुकी है.

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