'खतना करा लो करा देंगे शादी', मदरसे में प्रभात के हामिद बनाने की हो रही थी तैयारी, तभी अचानक पीछे से बजा पुलिस का सायरन और...
Bareilly News: बरेली के एक मदरसे में नेत्रहीन हिंदू प्रोफेसर का खतना कराया जा रहा है. गिरोह ने अवैध पूरी से इस्लाम कबूल करवाने की पूरी तैयारी कर ली थी. इतने में पुलिस पहुंची और धर्मांतरण के गंदे खेस का पर्दाफाश किया. पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है.;
Bareilly News: उत्तर प्रदेश में छांगुर बाबा के अवैध धर्मांतरण खुलासे के बाद अलग-अलग जगहों से कई मामले सामने आए. लड़कियों को अपने प्यार के जाल में फंसाकर उनसे जबरन धर्म परिवर्तन कराया जाता था. अब बरेली से एक ऐसा ही मामले सामने आया. जहां नेत्रहीन प्रोफेसर प्रभात उपाध्याय का खतना कराया जा रहा था, तभी पुलिस पहुंच गई.
जानकारी के अनुसार, प्रोफेसर को शादी और जिंदगी की नई शुरुआत का झांसा देकर एक अवैध धर्मांतरण गैंग ने अपने जाल में फंसा लिया. मदरसे में प्रोफेसर के खतने की पूरी तैयारी चल रही थी, जिनका नाम बदलकर हामिद रखने वाले थे. गनीमत है कि पुलिस पहुंची और अनहोनी होने से बच गई.
क्या है मामला?
पीड़ित की मां ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई उसके बाद पुलिस धर्मांतरण कराने वाली जगह पर पहुंची. अलीगढ़ जिले के महुआखेड़ा थाना क्षेत्र निवासी अखिलेश कुमारी ने पुलिस में शिकायत की कि उनका बेटा प्रभात उपाध्याय 15 अगस्त से घर नहीं लौटा. वह बचपन से देख नहीं पाता यानी नेत्रहीन है. हालांकि अपनी कड़ी मेहनत और लगन से साथ पढ़ाई करके प्रोफेसर बना. उसने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से एमफिल और हैदराबाद यूनिवर्सिटी से पीएचडी की थी.
साल 2019 में उसे राजकीय इंटर कॉलेज में जॉब मिली और फिर बरेली व बुलंदशहर में ट्रांसफर हुआ. महिला ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से उसका व्यवहार बदला-बदला नजर आया. वह कुछ मुस्लिम लड़कों से बातचीत करने लगा, उनसे उसकी दोस्ती हो गई.
बरेली में मिला बेटा
महिला ने अपनी शिकायत में कहा कि 15 अगस्त से मेरा बेटा घर नहीं आया. पता चला कि प्रभात को बरेली के एक मदरसे में रखा हुआ है. जहां उसका धर्म परिवर्तन किया जा रहा है और उसका नया नाम हामिद रखने की तैयारी है. परिजन हैरान हो गए और मदरसे पहुंचे. प्रभात के घर वालों को धमकी दी और कहा कि प्रभात मुसलमान बन चुका है.
पुलिस ने बनाई टीम
परिजन अपनी शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंचे. एसपी साउथ अंशिका वर्मा ने टीम बनाई और तलाशी शुरू की. पुलिस ने अब्दुल मजीद, सलमान आरिफ और फहीम को गिरफ्तार कर लिया. जांच में पता चला कि यह धर्मांतरण पूरी तरह से प्लान कर रखा था. ये गिरोह आर्थिक रूप से कमजोर परिवार को अपना शिकार बनाते थे. उन्हें लालच देकर व ब्रेनवॉश करके इस्लाम कबूल करवा लेते थे.
पुलिस का बयान
एसपी साउथ अंशिका वर्मा ने मीडिया को बताया कि गिरोह का नेटवर्क बरेली के अलावा देश के कई हिस्सों में फैला हुआ है. कमजोर और परेशान लोगों को वह शिकार बनाते हैं. अभी तीन की गिरफ्तारी हुई है, बाकी की तलाश की जा रही है. पुलिस को फंडिंग का भी पता चला है. सलमान के 12 बैंक खाते मिले और अब्दुल मजीदके 5 खाते, जिनमें 2000 से ज्यादा संदिग्ध ट्रांजेक्शन हुई.