मुंह में कपड़ा ठूंसकर नाबलिग से गैंग रेप, दरिंदों से बचाने में कामयाब रही 6 साल की छोटी बहन
यूपी के आगरा से एक 4 वर्षीय नाबलिग के साथ सामूहिक बलात्कार का मामला सामना आया है. पुलिस मुताबिक आरोपी ने पीड़िता से उसके पिता को जानने का दावा किया और उससे कुछ खाने को मांगा. हालांकि जब आरोपी ने देखा गया कि घर में कोई नहीं है तो उसने पीड़िता के साथ सामूहिक बलात्कार किया.;
उत्तर प्रदेश के आगरा से एक 14 वर्षीय नाबलिग के साथ सामूहिक बलात्कार का मामला सामना आया है, जिससे बचाने में उसकी 6 वर्षीय छोटी बहन कामयाब रही. नाबलिग के साथ सामूहिक बलात्कार करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. जो 24 और 22 साल की उम्र के है और एक निजी कंपनी में गार्ड की नौकरी करते है.
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने लड़की और उसकी छह साल की बहन को दोपहर के आसपास स्कूल से घर लौटते देखा और उनके पिता को जानने का दावा करके उनसे संपर्क किया. दोनों, जो पास की एक निजी कंपनी में काम करते हैं. उन्होंने कहा कि वे भूखे थे और उन्होंने बड़ी बहन से कुछ खाने के लिए कहा.
मुंह में ठूंसा कपड़ा फिर किया रेप
स्थानीय पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी ने कहा कि लड़की ने उनसे अपने साथ घर चलने के लिए कहा. पहुंचने पर, आरोपी को एहसास हुआ कि घर में कोई नहीं है क्योंकि लड़कियों के माता-पिता और बड़ा भाई काम के लिए बाहर गए थे. इसके बाद उन्होंने मौका देखते ही पीड़िता के मुंह में पतला कपड़ा ठूंसकर रसोई में उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया.'
6 साल की बच्ची ने मांगी मदद
अधिकारी ने बताया कि घटना के वक्त दोनों नशे में थे. जब छोटी बहन रसोई में गई और उसे एहसास हुआ कि उसकी बहन मुसीबत में है, तो वह मदद के लिए चिल्लाते हुए घर से बाहर भागी. अधिकारियों ने बताया कि गुस्साए पड़ोसी घर पहुंचे और आरोपियों की पिटाई की और उन्हें पुलिस को सौंप दिया. पीड़िता ने अपने बयान में कहा कि आरोपी ने घर पहुंचने पर पानी मांगा और उसका यौन उत्पीड़न करने से पहले शराब पी.
विभिन्न धाराओं के तहत आरोपी गिरफ्तार
बता दें कि मिली जानकारी मुताबिक दोनों भाई फर्रुखाबाद जिले के रहने वाले हैं. वहीं पीड़िता के बयान के आधार पर दोनों को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 70 और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है.
पीड़िता को कराया 6 घंटे इंतजार
मामले की जांच कर रहे डीसीपी सूरज कुमार राय ने कहा कि पीड़िता की मेडिकल जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही एफआईआर में और भी धाराएं शामिल की जाएंगी. वह एक महीने भीतर पीड़िता को न्याय दिलवाने की कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा है कि उनके पास पुख्ता सबूत हैं. इससे पहले, लड़की के पिता ने दावा किया था कि उनकी पत्नी और बेटी को मेडिकल जांच के लिए स्थानीय सरकारी अस्पताल में छह घंटे से अधिक समय तक इंतजार करना पड़ा क्योंकि वहां कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था. डीसीपी ने कहा, 'मैं आरोप की जांच करूंगा. अगर शिकायत सही पाई गई तो निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी.