अर्जेन्ट काम बताकर कश्मीर में वेकेशन मना रहे थे कलेक्टर साहब, फोन कॉल से पकड़ा झूठ, फिर पड़ी फटकार

हालांकि, बाद में राज्य के मुख्य सचिव सुधांश पंत ने उनका झूठ पकड़ लिया और करौली कलेक्टर नीलाभ सक्सेना को जिला स्तरीय अधिकारियों के सामने झूठ बोलने के लिए उन्हें फटकार लगाई गई.;

Edited By :  रूपाली राय
Updated On :

हम सभी के पास स्कूल और कॉलेजों से बंक मारने का अनुभव जरूर होगा, लेकिन ऑफिस में रहकर बहाना बनाना या बंक मारना आसान ही नहीं ही मुश्किल हो जाता है. कुछ ऐसा ही हुआ राजस्थान के एक कलेक्टर के साथ जिन्होंने जरूरी काम से छुट्टी लेकर घर जाने की बजाय कश्मीर घूमने चले गए. हालांकि, बाद में राज्य के मुख्य सचिव सुधांश पंत ने उनका झूठ पकड़ लिया और करौली कलेक्टर नीलाभ सक्सेना को जिला स्तरीय अधिकारियों के सामने झूठ बोलने के लिए उन्हें फटकार लगाई गई.

यह सच तब सामने आया जब सीएस सुधांश पंत सवाई माधोपुर जिले में थे. उन्होंने अपने दौरे के दौरान सवाई माधोपुर और करौली जिले के सभी जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक की. करौली के अधिकारियों को ऑनलाइन बैठक में शामिल होने के लिए कहा गया. उस समय छुट्टी पर गए कलेक्टर सक्सेना भी ऑनलाइन बैठक में शामिल हुए, जब ​​सीएस पंत ने उनसे पूछा कि आप कहां हैं तो कलेक्टर नीलाभ सक्सेना ने कहा, 'सर, मैं अभी जम्मू-कश्मीर में हूं.'

लोग यहां परेशान हो रहे हैं 

गुस्से में पंत ने उनसे कहा, 'क्या आपने तो अपने होमटाउन लखनऊ जाने के लिए जरुरी छुट्टी मांगी थी इसके बजाए आप आप कश्मीर में घूम रहे हैं और जनता आपके झूठ के कारण गर्मी में परेशान हो रही है. अगर जिले के नेता खुद इस तरह का व्यवहार करते हैं, तो उनके सबऑर्डिनटस से क्या उम्मीद की जा सकती है? लोग इस भीषण गर्मी में पानी और बिजली की कमी से जूझ रहे हैं और आप कश्मीर में छुट्टियां मना रहे हैं.' कलेक्टर की इस हरकत अन्य अधिकारी भी हैरान रह गए हैं. 

रद्द हुए अन्य अधिकारीयों की छुट्टियां 

यह घटना ऐसे समय में हुई है जब राजस्थान में बढ़ते तापमान के कारण बिजली और पानी की गंभीर समस्या है. इन समस्याओं से परेशान होकर लोग सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. दौसा में अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान मुख्य सचिव पंत ने खासरूप से पीएचईडी (लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग) के अधिकारियों और कर्मचारियों की सभी छुट्टियां रद्द करने के आदेश दिए थे, साथ ही स्पष्ट निर्देश दिए थे कि केवल अत्यंत आवश्यक होने पर ही जिला कलेक्टर द्वारा छुट्टी स्वीकृत की जाएगी.

Similar News