रेलवे फाटक पर खड़ी थी ट्रैक्टर-ट्रॉली तभी... सुपरफास्ट एक्सप्रेस से हुई जोरदार टक्कर, पायलट की सूझबूझ से बची सैकड़ों की जान

हादसे की खबर मिलते ही रेलवे के अधिकारी, पुलिस, RPF (रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स) और स्टेशन मास्टर तुरंत मौके पर पहुंच गए. आसपास के ग्रामीण भी इकट्ठा हो गए. ट्रेन रुकने के बाद यात्री भी उतरकर घटनास्थल पर आए. रेलवे कर्मचारियों ने फौरन काम शुरू कर दिया.;

( Image Source:  X : @BikaneriMirch )
Edited By :  रूपाली राय
Updated On : 17 Nov 2025 11:01 AM IST

17 नवंबर सोमवार को राजस्थान में एक बहुत बड़ा ट्रेन हादसा होने से बच गया. दिल्ली से बीकानेर जा रही एक सुपरफास्ट ट्रेन एक रेलवे फाटक पर खड़ी ट्रैक्टर-ट्रॉली से टकरा गई. टक्कर इतनी जोरदार थी कि ट्रैक्टर-ट्रॉली के टुकड़े-टुकड़े हो गए और चारों तरफ बिखर गए. लेकिन अच्छी बात यह रही कि ट्रेन के पायलट ने बहुत समझदारी दिखाई. उन्होंने ट्रेन की स्पीड को तुरंत कम कर दिया, जिससे ट्रेन पटरी से नहीं उतरी और कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ. ट्रेन में सवार सभी यात्री सुरक्षित रहे।यह हादसा श्रीडूंगरगढ़ रेलवे स्टेशन से करीब दो किलोमीटर पहले हुआ. नॉर्दर्न रेलवे के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक (Senior Divisional Commercial Manager) भूपेश यादव ने बताया कि ट्रेन का नाम दिल्ली सराय रोहिल्ला इंटरसिटी एक्सप्रेस है और इसका नंबर 22472 है. यह ट्रेन लालगढ़ रेलवे स्टेशन से रवाना हुई थी .

रेलवे फाटक पर कोई गेट नहीं था, यानी यह एक अनमैंड क्रॉसिंग थी. वहां ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़ी हुई थी, अचानक ट्रेन आ गई और उससे भिड़ंत हो गई. टक्कर के समय धमाके जैसी तेज आवाज हुई, जिससे ट्रेन के अंदर यात्रियों में डर और अफरा-तफरी मच गई. सभी लोग घबरा गए, लेकिन पायलट की सूझबूझ से सब कुछ काबू में रहा. सबसे बड़ी राहत की बात यह थी कि कोई व्यक्ति घायल नहीं हुआ और कोई जान का नुकसान नहीं हुआ. ट्रैक्टर ड्राइवर की गलती से यह हादसा हुआ. वह रेलवे क्रॉसिंग को पार करने की कोशिश कर रहा था. तभी ट्रेन का हूटर बजने लगा, जो दूर से आ रही ट्रेन का संकेत देता है. हूटर सुनकर ड्राइवर डर गया। उसने ट्रेन को अपनी तरफ आते देखा तो घबराहट में ट्रैक्टर से कूदकर भाग गया. वह मौके से फरार हो गया. ट्रेन ने ट्रैक्टर-ट्रॉली को जोर से टक्कर मारी, जिससे ट्रैक्टर और ट्रॉली दोनों अलग-अलग हो गए। ट्रैक्टर के परखच्चे उड़ गए और ट्रॉली भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई. 

टीम ने की ट्रेन की पूरी जांच

हादसे की खबर मिलते ही रेलवे के अधिकारी, पुलिस, RPF (रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स) और स्टेशन मास्टर तुरंत मौके पर पहुंच गए. आसपास के ग्रामीण भी इकट्ठा हो गए. ट्रेन रुकने के बाद यात्री भी उतरकर घटनास्थल पर आए. रेलवे कर्मचारियों ने फौरन काम शुरू कर दिया. उन्होंने क्षतिग्रस्त ट्रैक्टर-ट्रॉली को रेलवे ट्रैक से हटाकर साइड में कर दिया. इंजीनियर्स की टीम ने ट्रेन की पूरी जांच की. उन्होंने इंजन, पहियों और अन्य हिस्सों को अच्छे से चेक किया ताकि कोई खतरा न रहे. जांच के बाद ट्रेन को सुरक्षित मानकर आगे रवाना कर दिया गया. पूरी घटना की वजह से ट्रेन को सिर्फ 20 मिनट की देरी हुई.

ट्रैक्टर ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज

पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की. ग्रामीणों ने ड्राइवर के बारे में जानकारी दी मौके पर ही ट्रैक्टर ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया. पुलिस ने ट्रैक्टर और ट्रॉली दोनों को जब्त कर लिया. अब जांच चल रही है कि ड्राइवर ने लापरवाही क्यों की. रेलवे अधिकारी भूपेश यादव ने कहा कि ऐसी क्रॉसिंग पर लोग सावधानी बरतें. ट्रेन आने का संकेत मिलते ही रुक जाना चाहिए. यह हादसा एक सबक है कि रेलवे ट्रैक पर वाहन चलाते समय कितनी सतर्कता जरूरी है. शुक्र है कि पायलट की सजगता से बड़ा हादसा टल गया और सभी यात्री सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे. 

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