रायसेन में 6 साल की मासूम से दरिंदगी के आरोपी सलमान का एनकाउंटर, भोपाल में चाय की दुकान से कैसे हुई गिरफ़्तारी?
रायसेन में 6 साल की बच्ची से रेप के आरोपी सलमान को भोपाल के गांधीनगर से गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद उसे ले जाते समय कीरतनगर के पास उसने पुलिस पर फायरिंग करते हुए भागने की कोशिश की. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसके पैर में गोली मारी और काबू किया. प्रदेशभर में इस घटना को लेकर भारी गुस्सा है, कई संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किए. मामला गंभीर होने पर सरकार ने रायसेन के एसपी को हटाकर नया अधिकारी नियुक्त कर दिया.;
मध्य प्रदेश के रायसेन में 6 साल की मासूम से दरिंदगी ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया था, और आरोपी सलमान की तलाश में पुलिस को चारों ओर घेरा डालना पड़ा. जनता के आक्रोश और तेज़ी से बढ़ते विरोध प्रदर्शन के बीच पुलिस पर भारी दबाव था कि आरोपी जल्द से जल्द पकड़ा जाए. इसी बीच सलमान को भोपाल के गांधीनगर इलाके से गिरफ्तार किया गया लेकिन गिरफ्तारी के तुरंत बाद घटनाक्रम ऐसा बदला कि मामला और भी नाटकीय हो गया.
पुलिस टीम जब सलमान को रायसेन ले जा रही थी, तभी रास्ते में उसने भागने की कोशिश की और पुलिस पर ही फायरिंग कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसके पैर में गोली मारी और उसे काबू किया. यह "शॉर्ट एनकाउंटर" न सिर्फ जनता के तनाव को कम करने के लिए पर्याप्त था, बल्कि इसने पूरी घटना को एक नया मोड़ दे दिया. आरोपी को वर्तमान में भोपाल के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया है.
चाय की दुकान से गिरफ्तारी
फरार चल रहे आरोपी सलमान पर पुलिस ने ₹30,000 का इनाम घोषित कर दिया था. कई दिनों की तलाशी के बाद वह भोपाल के गांधीनगर में वार्ड नंबर 11 स्थित एक चाय की दुकान पर दिखाई दिया. जैसे ही उसने चाय ऑर्डर की, सादी वेशभूषा में तैनात पुलिसकर्मियों ने उसे दबोच लिया. गिरफ्तारी की तस्वीरें तेजी से वायरल होती चली गईं और जनता के बीच कुछ राहत महसूस हुई.
भागने की कोशिश और रास्ते में हुई मुठभेड़
रायसेन वापस ले जाते समय कीरतनगर के पास पुलिस गाड़ी का टायर पंचर हुआ. इसी दौरान सलमान ने मौका देखकर भागने का प्रयास किया. आरोप है कि उसने पुलिस की ही बंदूक से गोली चलाने की कोशिश की. जवाब में पुलिस ने उसके पैर में गोली मारी और उसे फिर से हिरासत में ले लिया. डॉक्टरों के अनुसार उसकी स्थिति स्थिर है और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है.
जनता का गुस्सा, संगठनों की एंट्री
जैसे ही उसकी गिरफ्तारी की खबर 'जय मां भवानी हिंदू संगठन' तक पहुँची, दर्जनों कार्यकर्ता थाने की ओर दौड़ पड़े. कई जगहों पर सलमान का पुतला जलाया गया और कठोर सज़ा की मांग करने वाले प्रदर्शन हुए. हालांकि, थाने पहुंचने से पहले ही आरोपी को गोहरगंज पुलिस के सुपुर्द किया जा चुका था. भीड़ का आक्रोश इस बात का संकेत था कि लोग ऐसी घटनाओं पर कोई नरमी नहीं देखना चाहते.
चॉकलेट का लालच देकर की थी दरिंदगी
21 नवंबर को मासूम बच्ची घर के बाहर खेल रही थी जब सलमान उसे चॉकलेट का लालच देकर जंगल की ओर ले गया. कुछ घंटों बाद बच्ची रोती हुई झाड़ियों के पास मिली. परिवार उसे तुरंत भोपाल के अस्पताल ले गया जहां उसका इलाज जारी है. यह घटना इतनी दर्दनाक थी कि जिले में माहौल विस्फोटक हो गया और सरकार को तुरंत हस्तक्षेप करना पड़ा.
प्रशासन पर भी कार्रवाई
घटना के बाद रायसेन में उग्र प्रदर्शन, तोड़फोड़ और पथराव होने लगे. स्थिति काबू से बाहर जाती देखकर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आपात बैठक बुलाई. बैठक के तुरंत बाद उन्होंने रायसेन के एसपी पंकज पांडे को हटाने और उन्हें मुख्यालय अटैच करने का निर्णय लिया. उनकी जगह आशुतोष को नया एसपी बनाकर तैनात किया गया. सरकार ने साफ कहा कि बेटियों की सुरक्षा पर किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.