'रेप का कारण सोशल मीडिया पर नंगा नाच, अकेली पुलिस नहीं लगा सकती लगाम'; डीजीपी माकवाना

माकवाना ने कहा कि बलात्कार की घटनाओं में वृद्धि के पीछे कई कारण हैं, जिनमें इंटरनेट, मोबाइल फोन, पोर्नोग्राफिक सामग्री और शराब प्रमुख कारण हैं. उन्होंने इस बात को भी स्वीकार किया कि समाज में नैतिकता के गिरने का एक प्रमुख कारण आजकल के बच्चों और युवाओं का डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर अत्यधिक समय बिताना है. आजकल मोबाइल फोन के माध्यम से लोग एक-दूसरे से जुड़ते हैं, जिससे नैतिकता में गिरावट आई है। पुलिस अकेले इन समस्याओं का समाधान नहीं कर सकती.;

By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 29 Jun 2025 8:11 PM IST

मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कैलाश माकवाना ने हाल ही में बलात्कार की घटनाओं में वृद्धि पर चिंता जताते हुए कहा कि केवल कानून व्यवस्था से इन घटनाओं को नियंत्रित करना संभव नहीं है. उन्होंने समाज में गिरती नैतिकता का कारण मोबाइल फोन और इंटरनेट के माध्यम से आसानी से उपलब्ध पोर्नोग्राफी को बताया. उनका मानना है कि डिजिटल सामग्री बच्चों के मानसिक विकास को प्रभावित कर रही है, जो इस प्रकार की घटनाओं का कारण बन रही है.

उज्जैन में शनिवार को आयोजित समीक्षा बैठक के बाद माकवाना ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “जिस तरह से इंटरनेट पर पोर्नोग्राफी परोसी जा रही है, उससे बच्चों के मनोविकास पर गहरा असर पड़ रहा है.

'इंटरनेट और मोबाइल का बढ़ता प्रभाव'

माकवाना ने कहा कि बलात्कार की घटनाओं में वृद्धि के पीछे कई कारण हैं, जिनमें इंटरनेट, मोबाइल फोन, पोर्नोग्राफिक सामग्री और शराब प्रमुख कारण हैं. उन्होंने इस बात को भी स्वीकार किया कि समाज में नैतिकता के गिरने का एक प्रमुख कारण आजकल के बच्चों और युवाओं का डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर अत्यधिक समय बिताना है. आजकल मोबाइल फोन के माध्यम से लोग एक-दूसरे से जुड़ते हैं, जिससे नैतिकता में गिरावट आई है. पुलिस अकेले इन समस्याओं का समाधान नहीं कर सकती.

घरेलू पर्यवेक्षण की कमी

माकवाना ने यह भी बताया कि घरों में पर्यवेक्षण और मार्गदर्शन की कमी है. “पहले बच्चे अपने शिक्षकों और परिवार के सदस्यों की बात सुनते थे, लेकिन आजकल घरों में एक-दूसरे पर नजर रखने वाला कोई नहीं है. अब सारी सीमाएं टूट चुकी हैं, ऑनलाइन अश्लील सामग्री बच्चों के मानसिक विकास को विकृत कर रही है.' माकवाना ने यह भी कहा कि इंटरनेट पर अश्लील सामग्री का निरंतर प्रसार बच्चों के मानसिक विकास को विकृत कर रहा है, जिससे समाज में बढ़ती यौन अपराधों की घटनाएं सामने आ रही हैं। उनका मानना है कि यही कारण है कि बलात्कार जैसी घटनाएं हो रही हैं.

मध्यप्रदेश में बलात्कार के मामलों में वृद्धि

मध्यप्रदेश विधानसभा के पिछले सत्र में राज्य सरकार ने सदन में बताया कि 2024 में रोजाना 20 बलात्कार के मामले दर्ज हो रहे हैं। राज्य गृह विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 2020 में राज्य में 6,134 बलात्कार के मामले दर्ज हुए थे, जो 2024 में बढ़कर 7,294 हो गए हैं, जो कि 19 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है.

कांग्रेस नेता ने भी उठाए सवाल

इससे पहले, कोलकाता में एक कानून छात्रा के साथ हुई सामूहिक बलात्कार की घटना ने पूरे देश में हंगामा मचाया था. इस घटना ने महिला सुरक्षा को लेकर फिर से चिंताएं बढ़ा दी हैं. माकवाना की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब देशभर में महिला सुरक्षा को लेकर व्यापक चिंताएं उभरी हैं.

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