समझौता न करने का खौफनाक अंजाम! भिंड जिले में दलित युवती से हुआ था गैंगरेप, अब बदमाशों ने घर भी जला दिया
Bhind Dalit Girl Gangrape: आरोली गांव में 13 जनवरी 2025 को आरोपी सोनी गुर्जर व धर्मेंद्र गुर्जर ने बूंदक दिखाकर दलित युवती के गैंगरेप किया था. पीड़िता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई फिर आरोपियों को जेल भेज दिया गया. बदमाशों ने पहले गैंगरेप किया और फिर उसके घर में आग लगा दी. जब पीड़िता कोर्ट में अपना बयान दर्ज कराने जाने वाली थी, उससे पहले बदमाश उसे धमकाने लगे और उसके घर पर आग लगा दी.;
Bhind Dalit Girl Gangrape: मध्य प्रदेश के भिंड जिले से शर्मनाक घटना सामने आई है. यहां पर दलित युवती से बदमाशों ने पहले गैंगरेप किया और फिर उसके घर में आग लगा दी. दरअसल महिला अपने साथ हुए अपराध के खिलाफ कोर्ट में बयान देने वाली थी. उसे जाने से रोकने के लिए आरोपी दबाव बनाने लगे, जब उसने मना किया तो उसके घर को आग के हवाले कर दिया. सोशल मीडिया पर आगजनी का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है.
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को गैंगरेप के आरोपी बड़ी संख्या में लोगों के साथ पीड़िता के घर पर पहुंचे. आरोपियों ने युवती के परिवार के साथ मारपीट की और उनके घर में तोड़-फोड़ की और उसके घर में आग जला दी. इस दौरान परिवार के दो लोग आग में झुलस गए. पीड़िता के परिवार ने इस मामले में पुलिस की मिलीभगत बताई है. उनका कहना है कि पुलिस आरोपियों का साथ दे रही है और हमारी कोई नहीं सुन रहा.
क्या है मामला?
आरोली गांव में 13 जनवरी 2025 को आरोपी सोनी गुर्जर व धर्मेंद्र गुर्जर ने बूंदक दिखाकर दलित युवती के गैंगरेप किया था. पीड़िता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई फिर आरोपियों को जेल भेज दिया गया. अब यह मामला कोर्ट पहुंच गया है और सुनवाई चल रही है. पीड़िता का बयान कोर्ट में दर्ज होना था, उससे पहले यह घटना को अंजाम दिया गया. आरोपियों के साथ उनके कई साथी भी शामिल थे.
पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
पीड़िता के परिवार ने कहा कि घर में आग लगाने के बारे में पुलिस को सूचना दी. पुलिस मौके पहुंची और घायलों को जिला अस्पताल लेकर गई, लेकिन उन्हें कुछ भी बोलने से मना किया. जब पुलिस से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा हमें पता नहीं था कि असली घटना क्या थी.
ब्लड की तस्करी
हाल ही में भिंड जिला अस्पताल में खून की तस्करी का मामला सामने आया. ब्लड बैंक के सीसीटीवी में खून की चोरी करते लोग पकड़े गए. इस मामले में शामिल पांच कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है. पुलिस ने मामला दर्ज कर कर लिया और जांच शुरू कर दी है. जानकारी के अनुसार, अस्पताल में 16 साल के नाबालिग बच्चे का ब्लड निकालकर उसकी खरीद-फरोख्त की गई. जब बच्चे की तबियत अचानक बिगड़ी तो मामले का खुलासा हुआ.