मध्य प्रदेश के इन शहरों में अब शराब पर बैन! सरकार क्यों लेना चाहती है ये फैसला?
Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि उनकी सरकार राज्य के धार्मिक शहरों में शराब पर प्रतिबंध लगाएगी. इस लेकर फैसला आगामी बजट सत्र में लिए जाने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि संतों और आध्यात्मिक नेताओं की सालों की अपील के बाद यह फैसला लिया गया है.;
Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश की सरकार राज्य के धार्मिक शहरों में अब शराब को बैन करने का मन बना रही है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि उनकी सरकार राज्य के कुछ धार्मिक शहरों में शराबबंदी लागू करने पर विचार कर रही है. संतों और आध्यात्मिक नेताओं की सालों की अपील के बाद यह फैसला लिया गया है.
CM यादव ने कहा कि राज्य सरकार आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण माने जाने वाले क्षेत्रों में बैन लागू करने के लिए अपनी शराब नीति को संशोधित करने पर काम कर रही है. उन्होंने कहा, 'हम धार्मिक शहरों में शराब पर प्रतिबंध लागू करने पर विचार कर रहे हैं ताकि उनकी पवित्रता को बनाए रखा जा सके.'
मध्य प्रदेश के प्रमुख धार्मिक शहर
हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं को आकर्षित करने वाले मध्य प्रदेश के शहर आस्था के प्रमुख केंद्र माने जाते हैं. जिन शहरों में शराब पर प्रतिबंध लग सकता है, उनमें उज्जैन, ओंकारेश्वर, महेश्वर, पीताम्बरा पीठ, नलखेड़ा, अमरकंटक और ओरछा शामिल हैं.
शहर की सीमा से बाहर होंगे शराब की दुकानें
उन्होंने कहा, 'हम इस मुद्दे को लेकर गंभीर हैं और जल्द ही इस पर निर्णय लेंगे. उन्होंने कहा कि शराब की दुकानों को इन शहरों की सीमाओं से बाहर ले जाया जाएगा.'
रिपोर्ट के अनुसार, राज्य विधानसभा के आगामी बजट सत्र के दौरान इस पर निर्णय लिया जा सकता है और सरकार प्रतिबंध लागू करने के लिए अपनी मौजूदा शराब नीति में संशोधन करने की योजना बना रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा, 'हम आगामी बजट सत्र के मद्देनजर अपनी शराब नीतियों में बदलाव पर काम कर रहे हैं,' आपको बता दें कि MP की इन धार्मिक शहरों में शराबबंदी की मांग सालों से उठ रही है.