जुलूस और फिर पुतला दहन! इंदौर में रावण की जगह सोनम रघुवंशी के साथ इन महिलाओं का भी जलेगा पुतला, जानें वजह
Indore News: इंदौर में इस बार रावण की जगह शूर्पनखा का पुतला जलाया जाएगा. यह कोई और नहीं बल्कि सोनम रघुवंशी होगी. इनमें मुस्कान रस्तोगी , हर्षा पडियार और अन्य महिलाएं शामिल हैं. संस्था का कहना है कि रामायण में रावण अधर्म का प्रतीक हैं, लेकिन शूर्पणखा चालाकी, छल और बदले की आग का प्रतिनिधित्व करती हैं. इनमें मुस्कान रस्तोगी , हर्षा पडियार और अन्य महिलाएं शामिल हैं.;
Sonam Raghuvanshi: देश में भर सोमवार 22 सितंबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होने वाली है. 2 अक्तूबर को दशहरा मनाया जाएगा और रावण दहन होगा, लेकिन मध्य प्रदेश में इस साल कुछ अलग देखने को मिलेगा. दरअसल इंदौर में इस बार रावण की जगह शूर्पनखा का पुतला जलाया जाएगा. यह कोई और नहीं बल्कि सोनम रघुवंशी होगी.
जानकारी के अनुसार, सोनम ने अपने पति राजा रघुवंशी की प्रेमी के साथ मिलकर हत्या कर दी थी. वह जेल में अपने पापों की सजा काट रही है. इसके बाद सोनम को लेकर लोगों में काफी गुस्सा है. वह चाहते हैं परिवार के साथ गलत करने वाली महिलाओं का पुतला शूर्पनखा के रूप में जलाएंगे.
रावण दहन में क्या हुआ बदलाव?
इंदौर में 'पौरुष' संस्था इस साल अलग अंदाज में दशहरे का आयोजन करने वाली है. संस्था का कहना है कि रामायण में रावण अधर्म का प्रतीक हैं, लेकिन शूर्पणखा चालाकी, छल और बदले की आग का प्रतिनिधित्व करती हैं. वह सीता पर बुरी नजर डालती हैं और भाइयों के बीच फूट डालती हैं. आज के समय में कुछ महिलाएं भी इसी तरह की हरकतें कर रही हैं.
उन्होंने कहा कि इन महिलाओं ने पतियों को नुकसान पहुंचाना या झूठे केस दर्ज कर पुरुषों को फंसाया. इसी कारण इस दशहरे पर रावण की बजाय शूर्पणखा का 11-सिर वाला पुतला जलाया जाएगा. इस पुतले के बीच सोनम रघुवंशी की तस्वीर होगी जबकि बाकी 10 सिरों पर अन्य महिलाओं के पोस्टर लगेंगे. इनमें मुस्कान रस्तोगी , हर्षा पडियार और अन्य महिलाएं शामिल हैं.
क्या है उद्देश्य?
'पौरुष' संस्था के अध्यक्ष अशोक दशोरा का कहना है, यह आयोजन समाज में जागरूकता फैलाने के लिए किया जा रहा है. पुरुष भी अपराध कर सकते हैं, लेकिन महिलाओं ने अपराध अक्सर अनदेखे रह जाते हैं. हमारा उद्देश्य बुराई के खिलाफ खड़ा होना है, चाहे वह किसी भी रूप में हो. यह कार्यक्रम 21 अक्टूबर को शाम 4 बजे से 6:30 बजे तक महालक्ष्मी नगर मेला ग्राउंड में आयोजित होगा.
उन्होंने बताया कि पहले एक जुलूस निकाला जाएगा, जो मेला ग्राउंड से शुरू होकर बॉम्बे अस्पताल चौराहे तक जाएगा. इस जुलूस में राजा रघुवंशी के परिवार के सदस्य भी शामिल होंगे. उसके बाद मैदान में पुतला दहन होगा. दशोरा ने स्पष्ट किया, हमारा उद्देश्य केवल न्याय की मांग करना है, किसी को बदनाम करना नहीं.