10 महीने पहले बची थी नंदिनी की जान, अब बीच सड़क पर लिव-इन पार्टनर ने गोलियों से भूना; पुलिस जांच में क्या-क्या पता चला?
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रूप सिंह स्टेडियम रोड पर शुक्रवार को नंदिनी नामक महिला को उसके लिव-इन पार्टनर अरविंद परिहार ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी. पुलिस ने बताया कि यह पहला हमला नहीं था, लगभग 10 महीने पहले भी अरविंद ने जानलेवा हमला किया था, जिसे नंदिनी बच गई थी. नंदिनी ने पहले भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि अरविंद उसे और उसके परिवार को धमकाता था और उसकी दोस्त पूजा सोशल मीडिया पर फर्जी अश्लील तस्वीरें व वीडियो वायरल करती थी. पुलिस अब पूरे मामले की तहकीकात कर रही है.;
मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में रूप सिंह स्टेडियम रोड पर शुक्रवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई. यहां नंदिनी नामक महिला को उसके लिव-इन पार्टनर अरविंद परिहार ने बीच सड़क पर गोली मारकर हत्या कर दी. यह वारदात इलाके में सनसनी फैल गई और लोगों में डर और हड़कंप मच गया. स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है और पूरे इलाके को सील कर दिया गया.
पुलिस जांच में सामने आया है कि नंदिनी और अरविंद का रिश्ता कई साल पुराना था. अरविंद शादीशुदा होने के बावजूद नंदिनी से जुड़े रहना चाहता था. सूत्रों के अनुसार उसने साम, दाम, दंड, भेद जैसी मानसिक और भावनात्मक रणनीतियों का इस्तेमाल कर नंदिनी को अपने साथ लिव-इन में रहने के लिए मजबूर किया. इसके बावजूद दोनों के बीच मतभेद और तनाव लगातार बढ़ता रहा, जिससे यह खौफनाक घटना अंजाम तक पहुंची.
पहले भी कर चुका था जानलेवा हमला
यह हत्या पहले की घटनाओं की जुड़ी हुई कड़ी है. लगभग 10 महीने पहले ही अरविंद ने नंदिनी पर जानलेवा हमला किया था. उस समय नंदिनी किसी तरह बच गई थी. लेकिन इस वारदात ने यह सवाल उठाए हैं कि अगर पहले ही हमला हो चुका था तो दोनों साथ क्यों रह रहे थे. क्या नंदिनी के पास कोई विकल्प नहीं था, या वह अरविंद के दबाव में थी?
पुलिस में दर्ज FIR और धमकियों का सिलसिला
नंदिनी ने लगभग एक साल पहले अरविंद पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि अरविंद लगातार उसे और उसके परिवार को धमकाता था. साथ ही अरविंद की करीबी दोस्त पूजा सोशल मीडिया पर नंदिनी की फर्जी और अश्लील तस्वीरें व वीडियो वायरल करती थी. इन धमकियों और मानसिक प्रताड़ना के बावजूद नंदिनी अपने जीवन और बेटे की सुरक्षा के लिए लगातार संघर्ष करती रही.
कार से जान लेने की कोशिश भी की गई थी
पिछली वारदात में अरविंद ने नंदिनी, उसके बेटे और मां को कार से कुचलने की कोशिश की थी. उस समय एक शख्स ने बीच में अपनी कार लगा दी और नंदिनी का परिवार बच गया. लेकिन इस बार अरविंद ने अपने डर और क्रोध को और बढ़ाकर नंदिनी को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया. पुलिस के अनुसार, अरविंद ने यह कदम तब उठाया जब उसे लगा कि नंदिनी अब कभी उसके पास वापस नहीं आएगी.
हत्या के पीछे के सवाल और सुरक्षा की कमी
पुलिस अब पूरे मामले की तहकीकात कर रही है. इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं – क्या लिव-इन रिश्तों में महिलाओं की सुरक्षा पर्याप्त है? क्या पहले हुई शिकायतों और हमलों के बावजूद पुलिस पर्याप्त कार्रवाई कर पाई? इस वारदात ने दिखाया कि घरेलू हिंसा और मानसिक प्रताड़ना गंभीर रूप ले सकती है, और समय रहते रोकथाम न होने पर खतरनाक परिणाम सामने आ सकते हैं.