भोपाल AIIMS में अब AI से होगा कैंसर के मरीजों का इलाज, ऐसे काम करेगा टूल?
Bhopal AIIMS: भोेपाल एम्स में अब एआई की मदद से कैंसर के मरीजों का इलाज किया जाएगा. कैंसर पीड़ितों के इलाज के लिए एआई टूल सेल्फ-लर्निंग सिस्टम के हिसाब से काम करेगा, जिसमें कैंसर के मरीजों के लिए पैरामीटर्स फीड रहेंगे. जब टूल विकसित हो जाएगा तब इसे भोपाल की कैंसर यूनिट में शामिल किया जाएगा.;
Bhopal News: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई ने हमारी जिंदगी को काफी आसान कर दिया है. इसकी मदद से बड़े से बड़े काम और सवालों के जवाब कुछ सेकंड में ही मिल जाते हैं. अब एआई मरीजों के इलाज में भी मदद करने वाला है. जी हां भोपाल एम्स में एआई की मदद से कैंसर के मरीजों का ट्रीटमेंट किया जाएगा.
भोपाल एम्स और आईआईटी इंदौर की ओर से यह पहल शुरू की गई है. दोनों मिलकर एक टूल बनाने जा रहे हैं, जिसका फायदा कैंसर के मरीजों को मिलेगा. यह कैंसर के मरीजों के इलाज में सहायक होगा. साथ ही उनकी लाइफ को बेहतर बनाने में मदद करेगा. इससे मरीजों के जल्दी इलाज करने में भी मदद मिलेगी.
एआई से होगा ट्रीटमेंट
इस पहल के लिए केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने डिजिटल आन्कोलाजीके लिए एम्स भोपाल को 20 लाख रुपये का फंड दिया है. एआई से इलाज संभव है या नहीं इसके लिए आईआईटी इंदौर की ओर से एक शोध किया जाएगा. कैंसर के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ती जा रही है. भोपाल एम्स के मुताबिक 2025 तक 40 हजार से भी ज्यादा कैंसर के मरीजों का ट्रीटमेंट किया जा रहा है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, भोपाल एम्स में हर साल 6 से 8 हजार तक नए मरीज पहुंच रहे हैं, 2025 तक यहां 40 हजार मरीजों इलाज किया जा रहा है. इनमें सबसे ज्यादा मरीज से 40 से 50 फीसदी मरीज सिर और गर्दन के कैंसर का पीड़ित हैं. साथ ही ब्रेस्ट कैंसर के सबसे ज्यादा केस सामने आए हैं.
कैसे होगा AI से इलाज?
कैंसर पीड़ितों के इलाज के लिए एआई टूल सेल्फ-लर्निंग सिस्टम के हिसाब से काम करेगा, जिसमें कैंसर के मरीजों के लिए पैरामीटर्स फीड रहेंगे. जब टूल विकसित हो जाएगा तब इसे भोपाल की कैंसर यूनिट में शामिल किया जाएगा. इसके अलावा मरीज के बारे में जैसे जानकारी दी जाएगी उसी तरह से टूल काम करेगा. टूल अलग-अलग मरीजों के हिसाब से सलाह भी देगा.
एआई मरीजों से उनकी हेल्थ और समस्याओं के बारे में सवाल पूछता है. जैसे- क्या खाने-पीने में दिक्कत तो नहीं, क्या आपको दर्द हो रहा है, ज्यादा परेशानी किस से हो रही है. मरीजों से मिले इन जवाबों का जांच करके डॉक्टर उनका अच्छा इलाज कर पाएंगे.