MP में इमारतों के नाम बदलने पर विवाद! हमीदिया अस्पताल और हमीदिया कॉलेज का नाम क्यों बदलना चाह रही BJP?
Bhopal News: हमीदिया अस्पताल और हमीदिया कॉलेज का नाम नवाब हमीदुल्लाह खान रखने के विरोध में बीजेपी. आरोप है कि नवाब हमीदुल्लाह खान पाकिस्तान के साथ विलय चाहते थे और उन्होंने भारत विरोधी रवैया अपनाया था. कांग्रेस पार्षद शबिस्ता जकी ने इस मांग का विरोध किया.;
Bhopal News: यूपी की तरह मध्य प्रदेश में भी सरकारी इमारतों और सड़क का नाम परिवर्तन अभियान चल रहा है. पिछले कुछ समय से कई बिल्डिंग के नाम बदले गए. मुस्लिम नाम से हिंदू नाम रखने पर विवाद भी देखने को मिलता है. वैसे ही अब भोपाल में तनाव देखने को मिल रहा है.
भोपाल में हमीदिया अस्पताल और हमीदिया कॉलेज का नाम बदलने को लेकर फिर विवाद खड़ा हो गया है. भाजपा नेताओं ने कहा है कि इन सार्वजनिक संस्थानों का नाम नवाब हमीदुल्लाह खान (भोपाल के अंतिम नवाब) के नाम पर नहीं होना चाहिए.
क्या है मामला?
बीजेपी का आरोप है कि नवाब हमीदुल्लाह खान पाकिस्तान के साथ विलय चाहते थे और उन्होंने भारत विरोधी रवैया अपनाया था. उनके अनुसार हमीदुल्लाह देशद्रोही थे. इस संबंध में पिछले सप्ताह भाजपा निगम पार्षदों ने भोपाल नगर निगम में प्रस्ताव रखा कि हमीदिया अस्पताल और कॉलेज का नाम बदला जाए. अब इस प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच घमासान मचा हुआ है.
कांग्रेस ने किया प्रस्ताव का विरोध
कांग्रेस पार्षद शबिस्ता जकी ने इस मांग का विरोध किया. उनका कहना है कि नाम बदलने का अधिकार नगर निगम के पास नहीं है. बावजूद इसके यह प्रस्ताव पारित हो गया. इससे एक सप्ताह पहले ही नगर निगम में यह निर्णय लिया गया था कि अशोका गार्डन अगली बार रंभाग नाम से जाना जाएगा, क्योंकि स्थानीय भाजपा पार्षद का दावा है कि इसका मूल नाम यही था.
अब्बास हफिज का बयान
मामले पर कांग्रेस नेता अब्बास हफिज का कहना है कि यह सब असली मुद्दों जैसे सड़कों की खराब स्थिति, गंदगी, जल निकासी संबंधी समस्याओं से ध्यान भटकाने की राजनीति है. उनका आरोप है कि भाजपा सदैव सांप्रदायिक मुद्दों को उजागर कर अपनी राजनीतिक छवि सुधारना चाहती है. इन लोगों ने पहले भी नवाब पर आरोप लगाए गए थे. जिनमें विलय समझौते में देरी करना और रायसेन जिले में युवाओं पर पुलिस फायरिंग करवाई . कथित जो समय से विलय की मांग कर रहे थे.
पहले भी बदले गए नाम
इससे पहले 2021 में हबीबगंज रेलवे स्टेशन को रानी कमलापति स्टेशन में बदल दिया गया था. भोपाल को 'भोजबल' नाम देने की भी मांग उठ चुकी है, लेकिन मोहन यादव सरकार ने इस विषय पर अभी तक कोई स्पष्ट निर्णय नहीं लिया है. हालांकि कुछ गांवों के नाम बदल दिए गए हैं जिन्हें इस्लामी माना जाता था.
भोपाल नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा था कि हमीदिया संस्थानों का नाम देशभक्तों के नाम पर होना चाहिए. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नवाब हमीदुल्लाह ने भारत को पाकिस्तान से जोडने का प्रयास किया था. कांग्रेस ने इस आरोप को इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश करना और विभाजनकारी राजनीति करार दिया है.