झारखंड में 65 साल की महिला को ‘डायन’ समझ पहले पीटा, फिर सिर को धड़ से किया अलग; गांव में मचा हड़कंप

झारखंड में 65 वर्षीय महिला को ‘चुड़ैल’ बताकर पास के लोगों घर से घसीट कर हत्या कर दी. पीड़िता के परिवार वालों ने आरोप लगाया कि उसके पड़ोसी उसे लंबे समय से परेशान कर रहे थे. आरोपी के परिवार के एक युवक के हाल ही में सुसाइड के लिए भी उसे ही दोषी ठहराया था. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जानें, पूरी घटना, पुलिस कार्रवाई और गांव का माहौल.;

Edited By :  धीरेंद्र कुमार मिश्रा
Updated On : 3 Dec 2025 2:39 PM IST

झारखंड के एक गांव में अंधविश्वास की आड़ में ने एक बार फिर खून की होली खेलने का मामला सामने आया है. 65 साल की महिला को ‘चुड़ैल’ और डायन बताकर लोगों ने पहले घर से बाहर घसीटा और उसके मुंह में कपड़े ठूस दिए. फिर उसकी हत्या कर दी. वारदात से पूरा गांव सहम गया है. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि इलाके में तनाव के चलते सुरक्षा बढ़ा दी गई है. यह घटना राज्य में फैले अंधविश्वास और भीड़-हिंसा की चिंताजनक तस्वीर पेश करती है.

खदान से सिर कटी लाश बरामद

यह घटना झारखंड के मधुपुर सबडिवीजन के मिश्राना गांव की है. गांव की 65 साल की महिला को किडनैप करके पत्थर की खदान में पड़ोसियों ने उसका सिर काट दिया. गांव के लोगों ने उसे 'चुड़ैल' बताया था. पुलिस ने गौरी पहाड़ के पास खदान से सिर कटी लाश बरामद की, लेकिन कटे हुए सिर की तलाश अभी तक सफल नहीं हुई है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया कि महिला की हत्या करने से पहले आठ लोगों ने उसे घर से घसीटा था. सब-डिविजनल पुलिस ऑफिसर सत्येंद्र प्रसाद के हवाले से बताया गया है कि सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि यह दूसरी बार था जब महिला को उसके पड़ोसियों ने डायन कहा था.

गांव में अकेली रहती थी महिला

पुलिस के मुताबिक, पीड़ित महिला अकेली रहती थी. उसकी बेटी ललिता देवी दिल्ली में अपने पति उमेश मंडल के साथ रहती है, जिसने बताया है कि महिला को गांव वाले लंबे समय से परेशान कर रहे थे. उन्होंने कहा कि 27 नवंबर को, जब पड़ोस में श्राद्ध का भोज हो रहा था, तो पड़ोसी आए और उसे साथ में खाने के लिए बुलाया. उसने यह कहकर मना कर दिया कि उसे डायबिटीज है और वह घर पर रोटी खाएगी, लेकिन उन्होंने उस पर दबाव डाला और उसे घर से घसीटकर बाहर निकाल दिया.

अंधविश्वास की आड़ में हत्या

उमेश ने दावा किया कि लगभग 10 दिन पहले एक आरोपी के परिवार के एक युवक के सुसाइड के बाद झगड़ा बढ़ गया. उन्होंने कहा, “परिवार वाले कहने लगे कि मेरी सास डायन (चुड़ैल) है और उसी की वजह से यह हुआ है. उन्होंने अफवाह फैला दी कि उसने उनके लड़के को ‘खा' लिया. उन्होंने पूरे गांव को मेरी सास के खिलाफ भड़का दिया.”

उमेश ने कहा कि जब उसने दावत में न जाने की जिद की, तो आरोपियों ने उस पर दबाव डाला. उसने आरोप लगाया, “शाम को करीब 7.30 बजे, वे उसे घसीटकर घर से बाहर ले गए. वहां खाना बनाने वाली एक औरत ने यह देखा. उन्होंने उसके मुंह में साड़ी का कपड़ा ठूंस दिया. ताकि वह चिल्ला न सके. वे उसे अपने घर की तरफ एक बांस के स्ट्रक्चर के पास ले गए. उसके बाद क्या हुआ, किसी को नहीं पता. हमने हत्या होते नहीं देखी.”

किसी को कानून हाथ में लेने का हक नहीं

पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए सभी प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही हत्या और आपराधिक षड्यंत्र की धाराओं में केस दर्ज किया गया है. तनाव को देखते हुए गांव में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पुलिस की टीम अंधविश्वास फैलाने वालों की पहचान में जुटी है. अधिकारियों का कहना है कि “किसी को भी अंधविश्वास के नाम पर कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा.”

Similar News