दिल्ली या उत्तर प्रदेश, संजय सिंह की पत्नी का वोटर लिस्ट में कहां है नाम? भाजपा दिखा रही एफिडेविट
दिल्ली में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत गरमा गई है. आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने दावा किया है कि उनकी पत्नी का नाम वोटर लिस्ट से कटवाने के लिए आवेदन किया गया है. उन्होंने इस मामले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर बड़ा आरोप लगाया है.;
दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले वोटर लिस्ट को लेकर हंगामा मच गया है. आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने दावा किया है कि उनकी पत्नी का नाम वोटर लिस्ट से कटवाने के लिए आवेदन किया गया है. उन्होंने इस मामले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर बड़ा आरोप लगाया है.
वहीं, भाजपा ने इस आरोप का जवाब देते हुए संजय सिंह की पत्नी अनीता सिंह का एक शपथपत्र पेश किया. भाजपा का कहना है कि इस शपथपत्र में अनीता सिंह ने खुद को उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर का वोटर बताया है, जिससे यह साबित होता है कि वह दिल्ली की वोटर लिस्ट में शामिल नहीं हैं. भाजपा के इस पलटवार ने मामले को और जटिल बना दिया है.
भाजपा के IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया (X) पर एफिडेविट शेयर करते हुए लिखा कि, 'जो आदमी अपनी पत्नी को राजनीति के दलदल में घसीटने से भी न चूके, उससे अधिक गिरा हुआ इंसान और कौन हो सकता है? यह अनीता सिंह, संजय सिंह की धर्मपत्नी का एफिडेविट है, जिसमें वह कह रही हैं कि वह सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश की वोटर हैं.'
आगे उन्होंने लिखा कि, 'अब जो दिल्ली की वोटर ही नहीं हैं, उनका नाम भला दिल्ली की वोटर लिस्ट से कैसे कटवाया जा सकता है? और यदि उन्होंने एफिडेविट में स्वयं को सुल्तानपुर का वोटर बताया है, लेकिन दिल्ली में भी वोट करती हैं, तो यह कानूनन अपराध है. अब संजय सिंह को तय करना चाहिए कि अपनी पत्नी को और कितना अपमानित करवाना है.'
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भी संजय सिंह के मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए वही एफिडेविट साझा किया. उन्होंने कहा कि एक डिबेट शो के दौरान उन्होंने संजय सिंह से उदाहरण देने को कहा था कि कहीं भाजपा कार्यकर्ताओं ने किसी पूर्वाचली का वोट कटवाया हो. मनोज तिवारी ने कहा, "आपने अपनी भाभी को झूठी राजनीति का शिकार बना दिया। अब जब उनकी बेइज्जती हो रही है, तो मुझे बुरा लग रहा है.
भाजपा सांसद ने अपने ट्वीट में लिखा, 'दोस्तों, यह अनीता सिंह, संजय सिंह की धर्मपत्नी का एफिडेविट है, जिसमें वह कह रही हैं कि वह सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश की वोटर हैं. अगर वह दिल्ली की वोटर लिस्ट में नहीं हैं, तो उनका नाम कैसे कटवाया जा सकता है? अगर वह सुल्तानपुर के वोटर हैं लेकिन दिल्ली में वोट करती हैं, तो यह कानून का उल्लंघन है. अब दिल्ली को यह तय करना होगा कि आम आदमी पार्टी कितनी झूठ की दलदल में घसीटेगी.'