'अफजल की याद में आतिशी के परिवार ने रखा था प्रोग्राम', स्वाति मालीवाल का गंभीर आरोप, AR Geelani के साथ बताया गहरा संबंध
Swati Maliwal attacks Atishi: 'आप' सांसद स्वाति मालीवाल ने कहा कि आतिशी के माता-पिता 2016 में दिल्ली के प्रेस क्लब में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल थे जो 2001 के संसद हमले के मामले में दोषी अफजल गुरु की याद में आयोजित किया गया था.;
Swati Maliwal attacks Atishi: आम आदमी पार्टी (AAP) की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल अपनी ही पार्टी पर लगातार बगावत का रुख अख्तियार किए हुए हैं. हाल में ही उन्होंन मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार आतिशी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके माता-पिता ने साल 2016 में 2001 के संसद हमले का दोषी अफजल गुरु की याद में प्रोग्राम किया था. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अतिशी के परिवार का दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर और संसद हमले का एक और आरोपी सैयद अब्दुल रहमान गिलानी के साथ घनिष्ठ संबंध थे.
स्वाति मालीवाल ने एक्स पर पोस्ट कर आरोप लगाते हुए लिखा, 'आतिशी मर्लेना के माता पिता के SAR Geelani के साथ गहरे संबंध थे. गिलानी पे आरोप थे कि संसद पे हमले में उनका भी हाथ था। 2016 में उन्होंने अफ़ज़ल गुरु की याद में दिल्ली के प्रेस क्लब में एक प्रोग्राम किया था। उस प्रोग्राम में आतिशी मर्लेना के माता पिता स्टेज पे गिलानी के साथ थे. इस प्रोग्राम में नारे लगाये गये थे- 'एक अफ़ज़ल मरोगे तो लाखों पैदा होंगे, कश्मीर मांगे आज़ादी. आतिशी मर्लेना के माता पिता ने 'Arrest and torture of Syed Geelani' नाम से लेख लिखे हैं.'
स्वाति मालीवाल ने इससे पहले मंगलवार को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के तौर पर आतिशी को चुनने के 'आप' के फैसले की आलोचना की थी और दावा किया था कि उनके परिवार ने दोषी आतंकवादी अफजल गुरु की फांसी रोकने के लिए लड़ाई लड़ी थी. अफजल गुरु को 2013 में फांसी दे दी गई थी, जिसे 2001 के संसद हमले में उसकी भूमिका के लिए दोषी ठहराया गया था.
विधायकों ने सर्वसम्मति आतिशी को चुना सीएम
अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को सीएम पद से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद दिल्ली की मंत्री आतिशी ने दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री का पद संभाला. विधायक दल की बैठक में केजरीवाल ने आतिशी के नाम का प्रस्ताव रखा और इसे आप विधायकों ने सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया था.
दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विजय कुमार सिंह और तृप्ता वाही के घर जन्मी 43 वर्षीया ने 2013 में आप के साथ अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था. 2015 में मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में जल सत्याग्रह में भाग लेने के बाद उन्होंने सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था.