सतीश उपाध्‍याय और मनोज तिवारी के बूते नहीं बनी बात, विरेंद्र सचदेवा ने कैसे सच कर दिखाया BJP का सपना?

Delhi Assembly Election Result 2025: दिल्ली विधानस चुनाव में बीजेपी की जीत के पीछे अध्यक्ष विरेंद्र सचदेवा की मजबूत रणनीति बताई जा रही है. इस जीत ने पार्टी में उनके कद को काफी बड़ा कर दिया है. दिल्ली में बीजपी ने 48 सीटों पर कब्जा कर लिया है.;

Delhi Assembly Election Result 2025
Edited By :  सचिन सिंह
Updated On : 9 Feb 2025 8:21 AM IST

Delhi Assembly Election Result 2025: विधानसभा के परिणाम ने दिल्ली की राजनीति को पूरी तरह से पलटकर रख दिया है. इस जीत ने न सिर्फ बीजेपी के लिए 27 साल का वनवास खत्म किया, बल्कि दिल्ली बीजेपी चीफ वीरेंद्र सचदेवा का कद भी बढ़ा दिया है. उन्होंने वो कर दिखाया जो सतीश उपाध्याय और मनोज तिवारी भी अपने कार्यकाल में नहीं कर पाए. आइए जानते हैं कि आखिर सचदेवा ने बीजेपी के सपने को साकार कैसै किया?

बीजेपी ने अपनी ऐतिहासिक जीत में दिल्ली की 48 सीटों पर कब्जा कर बहुमत से 12 सीटें अधिक अपने खाते में लिया. दिल्ली में जब आम आदमी पार्टी की प्रचंड लहर थी तो 2015 में सतीश उपाध्याय के नेतृत्व में बीजेपी ने दिल्ली का चुनाव लड़ा था और पार्टी ने करारी हार का सामना किया था. सतीश उपाध्याय ने 2025 विधानसभा चुनाव में मालविय नगर से जीत हासिल की है. इसके बाद मौका मनोज तिवारी को भी मिला. 2020 में उनके नेतृत्व में बीजेपी मैदान में उतरी, लेकिन औंधे मुंह गिर गई. उन्होंने पूर्वांचली वोट बैंक को मजबूत करने की कोशिश की, लेकिन केजरीवाल की फ्री योजनाओं के आगे सब फेल दिखा.

सचदेवा की लीडरशीप ने बदली बीजेपी की तस्वीर

वीरेंद्र सचदेवा ने दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष का कमान संभालते ही पार्टी के लिए नई रणनीति और एजेंडा सेट कर दिया. इस दौरान उनका पूरा फोकस दिल्ली बाहरी नेताओं के बदले स्थानिय नेताओं को प्राथमिकता देना रहा. यही कारण था कि केंद्र में सांसद रहे कई नेताओं जैसे प्रवेश वर्मा, रमेश बिधूड़ी... को लोकसभा 2024 में टिकट न देकर उन्हें इस बार उतारा गया, जिसका फायदा साफ तौर पर दिखा.

लोहे को लोहे से काटा

सचदेवा ने दिल्ली में संगठन को ऑफिस से निकालकर ग्राउंड लेवल तक मजबूत करने का काम किया. उन्होंने जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने का काम किया. कभी बीजेपी आप पर निशाना साधते हुए फ्री का विरोध किया था, लेकिन इस बार लोहे को लोहे से काटने की रणनीति बनाकर सचदेवा ने आप को उसी की भाषा में जवाब दिया. झुग्गी-झोपड़ी के वोटर्स के लिए मकान और सुविधाओं के एलान कर सारे वोट बटोरने में कामयाब हुए.

हिदूं वोट को किया सेंट्रलाइज्ड

सचदेवा में हिदूं वोट को भी सेंट्रलाइज्ड करने का काम किया. राम मंदिर, कश्मीरी पंडितों और राष्ट्रवाद के मुद्दों को बार-बार उछालकर जनता के बीच इसका बज बनाए रखा. उन्होंने बीजेपी के हिंदूवादी छवि को दिल्ली में और मजबूत करने का काम किया. दिल्ली में बीजेपी के प्रचंड जीत का कारण सचदेवा की ये सारी रणनीति ही थी.

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