दिल्ली में गजवा-ए-हिंद मॉड्यूल का पर्दाफाश, कई आतंकी गिरफ्तार; देश में टारगेटेड किलिंग की थी साजिश, पाक से ऑपरेट हो रहा था प्लान

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बड़ा आतंकी मॉड्यूल ध्वस्त किया है, जिसका मकसद ग़ज़वा-ए-हिंद के नाम पर टारगेटेड किलिंग्स और देश में दहशत फैलाना था. इस मॉड्यूल का मास्टरमाइंड अशहर दानिश निकला है, जिसने कई युवाओं को कट्टरपंथी बनाकर पाकिस्तान समर्थित नेटवर्क से जोड़ा. पुलिस ने निज़ामाबाद, रांची और राजगढ़ से गिरफ्तारियां कीं और भारी मात्रा में हथियार व विस्फोटक बरामद किए. इस खुलासे ने राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश में सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है.;

( Image Source:  Sora_ AI )
Edited By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 11 Sept 2025 4:39 PM IST

Delhi Terror Module, Ghazwa-e-Hind conspiracy: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और केंद्रीय एजेंसियों ने एक राष्ट्रीय स्तर के आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने बताया है कि यह ग्रुप 'गज़वा-ए-हिंद' की तरह की जिहादी गतिविधियां करने की साजिश रच रहा था, जिसमें टार्गेटेड हत्याएं और जनता में डर का माहौल पैदा करना शामिल है. अब तक 5 लोग पकड़े गए हैं, जबकि कुल 11 लोगों को गिरफ्तार करना है. बाकी की तलाश जारी है. इस खुलासे से एक बड़े खतरों का पर्दाफाश हुआ है.

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के एडिशनल सीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया कि देशभर में फैले एक बड़े टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ है. इस ऑपरेशन में अब तक 5 आतंकी गिरफ्तार किए गए हैं. इनका मास्टरमाइंड रांची का अशहर दानिश है, जिसे पाकिस्तान से संचालित हैंडलर से सीधा निर्देश मिल रहा था. गिरफ्तार आरोपियों में मुंबई के सु‍फियान अबूबकर खान और आफताब अंसारी (दिल्ली से), निज़ामाबाद (तेलंगाना) से हुसैफा यामान और मध्य प्रदेश के राजगढ़ से कमरान कुरैशी शामिल हैं.

छापेमारी में आईईडी बनाने के लिए बड़ी मात्रा में मटेरियल, हथियार और कारतूस बरामद

एडिशनल सीपी के मुताबिक, छापेमारी में आईईडी बनाने के लिए बड़ी मात्रा में मटेरियल, हथियार और कारतूस बरामद किए गए. इन आतंकियों के प्लान के दो मकसद थे- खिलाफत स्टाइल का संगठन तैयार करना (लश्कर नामक ग्रुप बनाकर) और भारत में ‘ग़ज़वा-ए-हिंद’ जैसी जंग छेड़ना और टारगेटेड किलिंग्स को अंजाम देना.

खुद को एक प्रोफेशनल कंपनी का CEO बताता था दानिश 

पुलिस ने बताया कि दानिश बाहर से खुद को एक प्रोफेशनल कंपनी का CEO बताता था, जबकि आंतरिक नेटवर्क में उसे ग़ज़वा लीडर कहा जाता था. NGO के नाम पर जमीन हड़पने और नेटवर्क फैलाने की साजिश भी रची जा रही थी. अब तक 11 लोगों को उठाया गया है, जिनमें से 5 गिरफ्तार हैं, बाकी की जांच जारी है.

विभिन्न राज्यों में की गई छापेमारी

विशेष सेल के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रमोद सिंह कुशवाहा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गिरफ्तार लोगों के खिलाफ विभिन्न राज्यों में छापेमारी की गई है. पुलिस ने बताया कि मॉड्यूल का हैंडलर पाकिस्तान समर्थित है. बरामद सामग्री में हथियारों के अलावा विस्फोटक उपकरण थे जिससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि उनके इरादे गंभीर थे.

NGO और जमीन के जरिए नेटवर्क फैलाने की साजिश

दानिश और उसका नेटवर्क NGO का आवरण बनाकर जमीन हड़पने और नेटवर्क मजबूत करने की कोशिश कर रहा था.। पुलिस का कहना है कि इस ग्रुप में शामिल युवक बेहद कट्टरपंथी और उग्र विचारधारा वाले हैं, जिन्हें आतंकी संगठनों की तरफ से ब्रेनवॉश किया गया. फिलहाल स्पेशल सेल इन सभी गिरफ्तारियों के आधार पर पाकिस्तान कनेक्शन और आतंकी फंडिंग के लिंक की जांच कर रही है. पुलिस को शक है कि इस मॉड्यूल का नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है और जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं.

सामाजिक और सुरक्षा मायने

यह खुलासा यह दर्शाता है कि राजधानी और आसपास के इलाकों में भी जिहादी मॉड्यूल सक्रिय हो सकते हैं, जो सुनियोजित तरह से हिंसक घटनाएं कर सकते हैं. ऐसे मामलों में आतंकवाद, कट्टरता और धर्म-आधारित हिंसा में इजाफा हो सकता है, जिससे सामाजिक बिखराव और भय का माहौल फैल सकता है. पुलिस और खुफिया एजेंसियों की सतर्कता व समय पर कार्रवाई समाज को इस तरह के खतरे से बचा सकती है.

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