गुस्से में आकर गोली चलाने वाले अवध ओझा कितने अमीर? पढ़ें उनके जीवन के अनसुने किस्से

अवध ओझा का पूरा नाम अवध प्रताप ओझा है. उनके पिता, श्रीमाता प्रसाद ओझा, पोस्टमास्टर रहे हैं, जबकि उनकी मां वकील थीं. अवध ओझा की प्रारंभिक शिक्षा गोंडा में हुई. ग्रेजुएशन के बाद, उन्होंने आईएएस बनने की इच्छा जताई और यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली आ गए. इस खबर आज हम अवध ओझा के पैसा और उनके परिवार के संबंधित कुछ अनसुने किस्से बताने जा रहा है.;

Edited By :  सागर द्विवेदी
Updated On :

Avadh Ojha: कोचिंग जगत के प्रमुख नाम अवध ओझा ने हाल ही में राजनीति में कदम रखा है. जिन्हें उनके छात्र "ओझा सर" के नाम से जानते हैं, वे अब दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हो गए हैं. ओझा ने अपनी राजनीति में भागीदारी का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और इसे समाज एवं राष्ट्र की आधारशिला के रूप में बढ़ावा देना बताया है. इस खबर आज हम अवध ओझा के पैसा और उनके परिवार के संबंधित कुछ अनसुने किस्से बताने जा रहा है. तो आइए जानते हैं.

अवध ओझा की पत्नी और परिवार

अवध ओझा का पूरा नाम अवध प्रताप ओझा है. उनके पिता, श्रीमाता प्रसाद ओझा, पोस्टमास्टर रहे हैं, जबकि उनकी मां वकील थीं. अवध ओझा की प्रारंभिक शिक्षा गोंडा में हुई. ग्रेजुएशन के बाद, उन्होंने आईएएस बनने की इच्छा जताई और यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली आ गए. हालांकि, वे मेंस परीक्षा पास नहीं कर पाए, जिसके बाद उन्होंने छात्रों को कोचिंग देना शुरू किया. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अवध ओझा की साल 2007 में मंजरी ओझा से शादी हुई थी. उनकी अरेंज मैरिज हुई थी.उनकी तीन बेटियां हैं जिनके नाम बुलबुल, गुनगुन और पिहू हैं.

अवध ओझा का नेटवर्थ

अवध ओझा के पढ़ाने का तरीका छात्रों द्वारा बहुत पसंद किया गया, जिससे उनकी लोकप्रियता लगातार बढ़ती चली गई. इसके बाद, उन्होंने 2020 में अपना यूट्यूब चैनल "RAY Avadh Ojha" शुरू किया. इसके साथ ही उनका एक ऑफिशियल ऐप "Avadh Ojha" भी है. कोचिंग के लिए वह एक अच्छी खासी फीस लेते हैं.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उनकी कुल संपत्ति लगभग 11 करोड़ रुपये है और उनके पास एक फॉर्चुनर कार भी है. अवध ओझा की क्लासेस की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, उनकी यूपीएससी जीएस फाउंडेशन कोर्स की फीस 80,000 रुपये है, जबकि ऑफलाइन मोड में यह फीस 1.2 लाख रुपये है.

जवानी के दिनों में मशहूर थे ओझा सर

तीन जुलाई 1984 को उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में जन्मे अवध ओझा के पिता एक पोस्टमास्टर थे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उनके पास काफी संपत्ति थी, जिनमें बड़ी मात्रा में ज़मीनें शामिल थीं. अपनी शिक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को देखते हुए, उनके पिता ने अपने कई एकड़ ज़मीन बेच दी थी ताकि वे अवध को अच्छी शिक्षा दिला सकें. इसके बाद, अवध ओझा ने यूपीएससी की तैयारी शुरू की. चूंकि वह पढ़ाई में तेज थे, उन्होंने प्रीलिम्स परीक्षा पास कर ली, लेकिन मेंस परीक्षा पास नहीं कर पाए. कुछ समय बाद उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर होने लगी, और उन्हें अपना खर्च निकालने के लिए कोचिंग पढ़ाना शुरू करना पड़ा. उन्होंने इलाहाबाद में छात्रों को इतिहास पढ़ाना शुरू किया, जिससे उनकी कोचिंग की दुनिया में एक नई पहचान बन गई.

Similar News